लखनऊ: प्रदेश सरकार एंटी भू-माफिया टीम बनाकर सरकारी और गरीबों की जमीनों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ मुहिम चला रही है. लेकिन, भू-माफिया हैं कि सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. राजधानी लखनऊ में भू-माफिया सरकारी तालाबों, पोखरों और बंजर जमीनों पर कब्जा करने करने के काम में लगातार लगे हुए हैं.
पीड़ित ने एसडीएम से लगाई न्याय की गुहार
लखनऊ के मलिहाबाद तहसील क्षेत्र के सिंघपुर मजरा थरी गांव में दबंगों ने एक गरीब किसान मैकूलाल की जमीन पर कब्जा कर लिया. जिसके बाद पीड़ित किसान ने एसडीएम से न्याय की गुहार लगाई है.
पैतृक जमीन पर कब्जा
उप जिलाधिकारी को दिए गए शिकाती पत्र में पीड़ित मैकूलाल ने बताया कि उसकी 3 बीघा 19 विस्वा जमीन, 5 बिस्वांसी खेत की जमीन गांव के दक्षिण दिशा में खड़ंजे से मिलाकर है जिसकी गाटा संख्या 716 है. पीड़ित मैकूलाल के मुताबिक, वो और उसका परिवार लगभग 55 साल से अपनी पैतृक जमीन पर काबिज है. इसमें से एक बीघे जमीन पर गांव के ही शेर अली पुत्र शहजादे व नवी पुत्र शाकिर व सुल्तान पुत्र शहजादे व सदर अली, जाकिर, मौला पुत्रगण बदलू ने इस जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया है. ये लोग जबरन उसकी जमीन पर खूंटा गाड़कर भैंस बांधते हैं और उसी में गोबर डालते हैं. पीड़िते के मुताबिक, मना करने पर आरोपी लाठी-डण्डा लेकर उसके और उसके परिवार के साथ मारपीट पर अमादा हो जाते हैं.
'पहले हो चुकी शिकायत नही हुई कार्रवाई'
इसकी शिकायत पीड़ित ने थाना माल में की लेकिन पुलिस पीड़ित की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की. जिसके बाद मजबूर किसान ने उप जिलाधिकारी मलिहाबाद के दरबार का दरवाजा खटखटा कर न्याय की गुहार लगाई है।
उपजिलाधिकारी अजय कुमार राय ने कहा कि तहसील क्षेत्र में कहीं भी अगर कोई सरकारी जमीन या किसी गरीब की जमीन पर कब्जा का करने का प्रयास करेगा तो उसे बक्सा नहीं जाएगा तहसीलदार से मामले की जांच कराई जा रही हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.