कानपुर: परेड हिंसा मामले में एक नया खुलासा हुआ है. परेड बवाल के मामले में एक पाकिस्तान के नंबर को ट्रेस किया गया है. बताया जा रहा है कि 3 जून को कानपुर शहर के परेड चौराहे पर हुए बवाल के दौरान पाकिस्तान से एक कॉल आई थी और डी-2 गैंग के सदस्य अकील खिचड़ी ने बात की थी. हिंसा मामले की जांच कर रही एसआईटी टीम के सदस्यों को यह अहम तथ्य जांच के दौरान मिली है. अब, जिस नंबर पर कॉल की गई थी, उसका पूरा डेटा निकलने की एसआईटी कोशिश कर रही है.
पुलिस आयुक्त के निर्देश पर डी-2 गैंग के सदस्य अकील खिचड़ी का रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है. अकील से आखिर किसने पाकिस्तान के नंबर से बात की और क्या बात की गई, कॉल का समय भी दोपहर का है. दोपहर में ही बवाल शुरू हुआ था, ऐसे में पुलिस को शक है, कि अकील और डी-2 गैंग के अन्य सदस्यों का परेड हिंसा की साजिश में हाथ हो सकता है.
कभी भी गिरफ्तार हो सकता हाजी वसी
पुलिस ने परेड बवाल मामले में जहां चार मुख्य आरोपियों- हयात जफर हाशमी, जावेद खान, मो.सूफियान, मो.राहिल समेत 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर रखा है, वहीं, बुधवार को मुख्तार बाबा को भी धरदबोचा है. मुख्तार समेत सभी आरोपी जेल में हैं. मुख्तार पर परेड बवाल के आरोपियों को फंडिंग करने का भी आरोप है. हालांकि, अब इस मामले में एसआईटी टीम बिल्डर हाजी वसी को कभी भी गिरफ्तार कर सकती है.
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दरअसल, बवाल के मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी ने रिमांड के दौरान बिल्डर हाजी वसी और मुख्तार बाबा का नाम एसआईटी टीम को बताया था. एसआईटी टीम के सदस्य के मुताबिक, मुख्तार बाबा की तरह ही हाजी वसी ने बवाल के दौरान उपद्रवियों की मदद की थी.
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