लखनऊ : अगर आप बेरोजगार हैं और जॉब की तलाश कर रहे हैं तो आपके लिए ये खबर पढ़नी जरूरी है. साइबर ठग आपको रोजगार देने का झांसा देकर आपके और आपके परिजनों की कमाई को लूट सकते हैं. जी हां, पिछले कुछ समय से साइबर क्रिमनल्स के निशाने पर बेरोजगार युवा है जो एक बेहतर जिंदगी जीने के लिए बड़ी कंपनी में नौकरी की आशा लगाए रहते है. इसी का फायदा उठाकर ये ठग उनसे लाखों की ठगी कर रहे है.
दरअसल, बीते दिनों लखनऊ से कई ऐसे मामले सामने आए है जिनमें बड़ी कंपनी के ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर बनकर ठग युवाओं को कॉल कर उन्हें नौकरी का लालच देते हैं. फिर जोइनिंग फॉर्म के बहाने हजारों रुपये ठग लेते हैं.
ब्रिटानिया कंपनी में नौकरी के नाम पर ठगी : राजधानी के गोमती नगर थाना अंतर्गत निवासी मानसी वर्मा से नौकरी के नाम पर ठगी की गई. जानकारी के मुताबिक मानसी काफी समय से नौकरी की तलाश कर रहीं थीं. इसके चलते उन्होंने सनशाइन डॉट कॉम में अपना बायो-डाटा अपलोड किया था. इसी बीच अचानक उनके पास एक महिला की कॉल आती है और वह खुद को ब्रिटानिया कंपनी की कर्मचारी बताती है. कहती है कि मानसी को सुपरवाइसर पद के लिए नियुक्त किया गया है. ठग ने पीड़िता से शैक्षणिक और व्यक्तिगत जानकारी लेने के बाद कंपनी के एकाउंट में फॉर्म और जरूरतों के चलते पहले 469 रुपये और बाद में कुल 28 हजार रुपये जमा करा लिए. पीड़िता ने नौकरी की चाहत में अपने पिता से पैसे लेकर जमा तो कर दिए लेकिन न नौकरी मिली और न ही पैसे.
यह भी पढ़ें- डीएम आफिस से रहस्यमय ढंग से गायब हो रहीं असलहा लाइसेंस की फाइलें, 15 दिनों में पहुंचेगी रिपोर्ट
एयरपोर्ट में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगे रुपये : पीजीआई थाना अंतर्गत पीड़ित रुदे पाल ने बताया कि उन्होंने बीएससी नर्सिंग किया है और नौकरी की तलाश कर रहे थे. इसके लिए उन्होंने कई वेबसाइट में अपना बायोडाटा अपलोड किया था. 30 अप्रैल को अचानक उनके पास एक कॉल आती है. उन्हें बताया जाता है कि उनका बायोडाटा चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट लखनऊ में नौकरी के लिए शार्ट लिस्ट किया गया है. उनका 2 चरणों में ऑनलाइन इंटरव्यू होगा. इसके लिए उनसे 1100 रुपये ऑनलाइन जमा कराए गए. पैसे जमा करने के बाद उनका दो चरणों में ऑनलाइन इंटरव्यू भी किया गया. पीड़ित के मुताबिक इंटरव्यू में बताया गया कि वो इंटरव्यु में पास हो गया है. उसे 7500 रुपये सेक्युरिटी मनी भरनी पड़ेगी. पैसे भरने के बाद पीड़ित को एक एकाउंट खोलने के लिए कहा गया जिसमें 11 हजार रुपये भी डिपाजिट करने के लिए कहा गया. एकाउंट खुलने के कुछ देर बाद ही सारे पैसे ठगों ने उड़ा लिए.
क्या कहते है साइबर एक्सपर्ट : यूपी पुलिस के साइबर सलाहकार राहुल मिश्रा के मुताबिक, ऐसे मामलों में साइबर ठग बेरोजगारों की मजबूरी का फायदा उठाते है. जब भी साइबर क्रिमनल्स कॉल करते है तो युवक यह सोच कर शक नहीं करता कि कहीं उसको नौकरी मिलने का मौका न छूट जाए. राहुल कहते हैं कि जब भी ऐसी कॉल आए तो उनसे बात करने में कोई भी हर्ज नहीं है. जब भी वो पैसों के विषय में बात करे तो युवक-युवतियों को एक बार उस कंपनी के आधिकारिक नंबर पर कॉल कर जरूर क्रॉस चेक कर लेना चाहिए. यह पता लगाने का प्रयास करें कि क्या ऐसी कोई नौकरी के लिए कोई सिक्युरिटी मनी जमा करनी होती है या नहीं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप