लखनऊ: पिछले 3 दिनों में चार वरिष्ठ वैज्ञानिकों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद सीएसआईआर की प्रयोगशाला सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट को 48 घंटों के लिए बंद कर दिया गया है. इसके अलावा यहां पर हॉस्टल आदि भी खाली करवाए जा चुके हैं. हालांकि सीडीआरआई में चलने वाली कोरोना वायरस सैंपल की जांच चलती रहेगी.
सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टिट्यूट में पिछले हफ्ते से लगातार रोजाना वैज्ञानिकों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो रही है. इसी के चलते पिछले हफ्ते ही सीडीआरआई के हॉस्टल को खाली करवा दिया गया था और रिसर्च स्कॉलर्स और अन्य विद्यार्थियों को उनके घर वापस जाने के निर्देश दे दिए गए थे. बुधवार को भी एक सीनियर साइंटिस्ट में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है. इसके बाद सीडीआरआई प्रशासन ने सैनिटाइजेशन के उद्देश्य से संस्थान को अगले 2 दिनों के लिए बंद रखने का निर्णय लिया है. इस लिहाज से सीडीआरआई की कार्यप्रणाली अब 31 अगस्त को शुरू हो सकेगी.
सीएसआइआर- सीडीआरआई की ओर से जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि संस्थान में कोविड-19 से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए 27 और 28 अगस्त को सीडीआरआई में सैनिटाइजेशन करवाया जाएगा. इस वजह से अगले 2 दिनों के लिए सीडीआरआई को बंद रखा जाएगा. इसकी वजह से सीडीआरआई में 27 अगस्त को होने वाली असेसमेंट कमेटी मीटिंग को भी स्थगित कर दिया गया है. शनिवार और रविवार को लॉकडाउन होने के चलते सीडीआरआई अब अगले सोमवार को खुलेगा. हालांकि इस दौरान कोविड-19 के सैंपल की जांच संस्थान में चलती रहेगी.
जानकारी के अनुसार चार वरिष्ठ वैज्ञानिकों के अलावा कुछ रिसर्च स्कॉलर्स में भी कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है. इसके बाद एहतियातन सीडीआरआई में सैनिटाइजेशन का कदम उठाया जा रहा है. सीएसआइआर-सीडीआरआई में वैज्ञानिकों रिसर्च स्कॉलर्स और विद्यार्थियों के साथ स्टाफ को मिला कर लगभग 800 लोग काम करते हैं. हॉस्टल खाली करवाने के बाद लगभग 300 विद्यार्थी अपने घर जा चुके हैं. इसके बावजूद बड़ी संख्या में सीडीआरआई में कर्मचारी लगातार काम कर रहे हैं. इसी वजह से सीडीआरआई में संक्रमण का खतरा लगातार बना हुआ है. सीडीआरआई में कुछ दिनों पहले प्रशासनिक ब्लॉक में काम करने वाली एक महिला कर्मचारी की भी कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से मृत्यु हो चुकी है.