लखनऊ: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कर्मियों में लगातार तनाव के चलते आत्महत्या और पारिवारिक जीवन में बिखराव के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. जिसके चलते अब सीआरपीएफ के महानिदेशक एपी महेश्वरी ने इस तनाव को दूर करने के लिए आईआईएम लखनऊ के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया है. आईआईएम लखनऊ के द्वारा केंद्रीय रिजर्व पुलिस के कर्मियों पर अध्ययन करेगा और उनके तनाव को कम करने के लिए समाधान तलाशने की कोशिश भी करेगा. आईआईएम के विशेषज्ञ लखनऊ और आसपास में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के साथ कुछ प्रयोगिक परियोजना पर काम भी करेंगे.
सीआरपीएफ जवानों के तनाव को कम करेगा आईआईएम लखनऊ
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों में तनाव कम करने के लिए अब आईआईएम लखनऊ एक शोध करने जा रहा है. जिससे जवानों का तनाव कम किया जा सके क्योंकि बीते दिनों में जवानों में तनाव के चलते आत्महत्या के मामले बढ़े हैं. सीआरपीएफ के महानिदेशक एपी महेश्वरी ने घरेलू सशक्तिकरण विषय पर आईआईएम लखनऊ की अर्चना शुक्ला के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया है. इस प्रायोगिक परियोजना के परिणाम स्वरूप एक शोध किया जाएगा. इसका उद्देश्य प्रतिक्रिया का मूल्यांकन और आंकलन करना होगा.
सीआरपीएफ में कैसे बढ़ रहा है तनाव
पूरे देश में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 3 लाख से ज्यादा कर्मी तैनात हैं. वहीं इनकी तैनाती आतंकवाद विरोधी अभियानों के साथ नक्सल विरोधी, उग्रवाद विरोधी अभियानों में लगाया जाता है. ड्यूटी की अधिकता और एक ही क्षेत्र में विपरीत परिस्थितियों में लंबे समय तक कार्य करने के चलते इनमें तनाव बढ़ रहा है, इसका असर उनके परिवार पर भी देखा जा रहा है. इस वजह से आईआईएम लखनऊ के साथ तनाव को कम करने के लिए शोध पत्र पर हस्ताक्षर किया गया है.