लखनऊ: प्रदेश में कुछ दिनों से हो रही बेमौसम बारिश ने किसानों को परेशान कर रखा हैं. एक बार फिर शुक्रवार को जमकर हुई बारिश और ओलावृष्टि ने सैकड़ों बीघा रवि की फसल को बर्बाद कर दिया. गेहूं, अरहर, सरसों और आलू की फसल में नुकसान से किसानों में मायूसी छा गई है. सभी अब सरकार से कुछ मदद की उम्मीद लगा रहे हैं.
गोंडा में हुई इस बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं और सरसों की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. जिससे उत्पादन में भारी कमी देखने को मिल सकती है और किसानों को भी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा. इस बात को लेकर किसान परेशान हैं. डीएम डॉ. नितिन बंसल ने कहा कि जिन किसानों की 33% से ज्यादा फसल बर्बाद हुई है. उन्हें सरकार की ओर से आर्थिक मदद की जाएगी.
गोरखपुर में शुक्रवार की भोर में 3 बजे से शुरू हुई बारिश और ओलावृष्टि के चलते खड़ी फसल गिर गई. किसानों का कहना है 70 से 80 प्रतिशत फसल बर्बाद हो गई है. बीते 15 दिनों में हुई बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है. उनके सामने बैंक का कर्ज चुकाने का संकट भी खड़ा हो गया है. ऐसे में अधिकतर किसान सरकार से मदद की उम्मीद लगा रहे हैं.
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बता दें कि रवि की बुआई शुरु होते ही बारिश का सिलसिला शुरु हुआ. सप्ताह दो सप्ताह के अन्तराल में समय-समय पर बारिश होने से किसानों को काफि राहत और फायदा मिला, लेकिन अब गेहूं फसल पकने और सरसों फसल पक कर तैयार हो चुकी है. चना मटर मशूहर की फसलें शवाब है. कहीं-कहीं लाही सरसों की कटने लगी है. ऐसे में बेमौसम बारिश ने किसानों के होश उड़ा दिए है. शुक्रवार देर शाम तक बारिश का सिलसिला कायम रहा.