लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण से जुड़ी बड़ी खबर है. समाजवादी पार्टी की सरकार के समय में एलडीए के पूर्व वीसी, पूर्व सचिव, पूर्व अपर सचिव, उपसचिव, ओएसडी, सहित अधिकारियो के बीच प्लॉट की जमकर बंदर बाँट हुई थी. गोमती नगर, गोमती नगर विस्तार में प्लॉट का बड़ा घोटाला किया गया है. 122 प्लॉट ,सैकड़ों करोड़ के प्लॉट के समायोजन में हिमालय सहकारी समिति के नाम पर बड़ी गड़बड़ी की गई है.
अब नए सिरे से होगी मामले की जांच: फर्जी तरीके से समिति का मेंबर बनाकर बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया. इसमें प्राधिकरण के अनेक पूर्व अधिकारी शामिल बताए जा रहे हैं. लखनऊ विकास प्राधिकरण में प्लॉट घोटाला (Plot scam in Lucknow Development Authority) मामले में शासन से की गयी थी. इस शिकायत के बाद में मामले की जांच शुरू हुई है. हिमालय सोसायटी के संचालक दिवंगत दिलीप कुमार सिंह बाफिला इस मामले में कई बार जांच का सामना कर चुके थे. मगर अब नए सिरे से जांच शुरू की गई है. अधिकारियों की पत्नी और रिश्तेदारों के नाम प्लॉट का बटवारा हुआ है.
लखनऊ विकास प्राधिकरण में एक और घोटाला: हिमालय सहकारी समिति की जमीन लखनऊ विकास प्राधिकरण ने अपनी कॉलोनी को विकसित करने के लिए ली थी. इस सोसाइटी में जिनके प्लॉट थे, उनको बदले में लखनऊ विकास प्राधिकरण की कॉलोनी में प्लॉट दिए जाने थे. मगर इसमें घालमेल किया गया. अधिकारियों के पारिवारिक जनों को सोसाइटी में शामिल करके फर्जी तरीके से प्लॉट (LDA Plots Scam) दे दिए गए. कई बार आवंटियों ने इस बात की शिकायत लखनऊ विकास प्राधिकरण में की.
मामले की जांच दबाने का आरोप: घोटाले को लेकर की गयी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और अधिकारियों के दबाव में जांच दबा दी गई. इस मामले में एक बार फिर से गंभीर शिकायत शासन स्तर पर की गई है. लखनऊ विकास प्राधिकरण से जुड़े सूत्रों का कहना है कि जांच नए सिरे से की जाएगी और तय समय में शासन को यह रिपोर्ट पेश की जाएगी. इसके आधार पर आने वाले समय में बड़ी कार्रवाई हो सकती है. इसमें समाजवादी पार्टी सरकार के समय जुड़े हुए कई अधिकारी, राजनेता और लिप्त माने जा रहे हैं. इस मामले में लखनऊ विकास प्राधिकरण की ओर से कोई औपचारिक जानकारी नहीं दी गई है. अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद इसका खुलासा किया जाएगा. (Crime News UP)
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