लखनऊ: मंगलवार को पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया, जो प्रमुख सचिव को फोन कर शिक्षकों का तबादला करने के लिए दबाव डाल रहा था. इसने खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताकर प्रमुख सचिव प्राथमिक शिक्षा को फोन किया था. इस मामले में एक और आरोपी को गौतमपल्ली पुलिस ने गिरफ्तार (Fraudster posing as CM Yogi OSD arrested in Lucknow) कर लिया. इन लोगों ने प्रमुख सचिव को फोन कर शिक्षकों का तबादला करने के लिए दबाव डाला था. इनमें से दो आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं. पकड़े गए आरोपी ने परिजनों को बताया था कि वह लखनऊ विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर है.
डीसीपी सेंट्रल अपर्णा रजत कौशिक ने बताया की मुख्यमंत्री का ओएसडी बताकर प्रमुख सचिव प्राथमिक शिक्षा को फोन कर रौब गांठने के मामले में एक और आरोपी को गौतमपल्ली पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपी की पहचान संतकबीर नगर देवेंद्र प्रताप राजभर के रूप में हुई. उसने 1 दिसंबर को प्रमुख सचिव प्राथमिक शिक्षा के सीयूजी नम्बर पर कॉल की थी. इसने सीएम के ओएसडी संजीव सिंह के तौर पर परिचय देते हुए दो शिक्षकों का तबादला करने के लिए कहा था.
शक होने पर प्रमुख सचिव ने ओएसडी संजीव सिंह से सम्पर्क किया, तो फर्जीवाडे का खुलासा हो गया. डीसीपी के मुताबिक 1 दिसंबर को ही मुकदमा दर्ज किया गया था. जिस नम्बर से कॉल की गई थी, उसे सर्विलांस पर लेते हुए छानबीन शुरू की गई थी. इसके आधार पर ही देवेंद्र को गिरफतार किया गया था. पुलिस के पहुंचने पर परिवार वालों ने देवेंद्र का पक्ष लेते हुए उसे लखनऊ विश्वविद्यालय का असिस्टेंट प्रोफेसर बताया. जांच में पता चला कि देवेन्द्र ने घर वालों से भी झूठ बोला था. वह खुद को प्रोफेसर ही बताता था. प्रमुख सचिव को फोन भी केवल साथियों को इंप्रेस करने के लिए ही किया था. इसके पहले मुख्यमंत्री के ओएसडी का नाम लेकर धोखाधड़ी में शामिल वेद प्रकाश मिश्र और संदीप सिंह गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं. (Crime News UP)
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