लखनऊः शहर में फर्जी वेबसाइट से जन्म-मृत्यु और कोरोना वैक्सीनेशन के सर्टिफिकेट बनाने के खेल का पुलिस ने किया है. पुलिस ने इस गैंग के तीन सदस्यों को दबोचा है. इनके नाम मोहम्मद अरमान, सहीम अंसारी. मोहम्मद अफजल हैं. तीनों आरोपी लखनऊ के रहने वाले हैं. पुलिस तीनों से कड़ी पूछताछ कर रही है.
एसटीएफ को काफी समय से फर्जी वेबसाइट व साफ्टवेयर से कूटरचित जन्म, मृत्यु एवं कोविड वैक्सीन प्रमाण-पत्र बनाने की सूचना मिल रही थी. इनका इस्तेमाल बीमा क्लेम समेत कई सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए किया जा रहा था. टीम को सूचना मिली कि फर्जी वेबसाइट एवं साफ्टवेयर की पूरे भारत में 436 फ्रेंचाइजी दी गई है. टीम ने गैंग के तीन सदस्यों को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से भारी मात्रा में कूटरचित जन्म प्रमाण-पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र व इस कार्य में इस्तेमाल होने वाले इलेक्ट्रानिक उपकरण बरामद किए गए थे. इनकी निशानदेही पर एसटीएफ ने मोहम्मद अरमान निवासी बहराइच, सहीम अंसारी निवासी कुशीनगर व मोहम्मद अफजल निवासी जौनपुर लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया. तीनों आरोपियों के खिलाफ गाजियाबाद के थाने में मुकदमे दर्ज थे. पूछताछ में पता चला कि इन लोगों ने फर्जी वेबसाइट की फ्रेंचाइजी ले रखी है. इसकी मदद से फर्जी जन्म, मृत्यु एवं कोविड वैक्सीन प्रमाण-पत्र बनाए जाते हैं. इसके लिए वह लोगों से व्हाट्सएप व टेलीग्राम से संपर्क करते थे. पूछताछ में एक आरोपी ने बताया कि उसके चाचा जाबिर अंसारी डाक विभाग में संविदा कर्मी हैं. उनको डाक विभाग ने आधार कार्ड करेक्शन और बनाने के लिए आईडी दे रखी है. उस आईडी की मदद से भी ये फर्जी आधार कार्ड तैयार कर लेते थे.
एसटीएफ़ इंस्पेक्टर संजय सिंह ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों की गतिविधियों व उनके द्वारा फर्जी तरीके से बनाये गये जन्म प्रमाण पत्र व आधार कार्ड के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है. इन दस्तावेजों का इस्तेमाल बीमा कंपनी से क्लेम लेने के लिए किया जाता था. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. फर्जी दस्तावेजों की जांच की जा रही है. आरोपियों के पास से तीन लैपटॉप, पांच मोबाइल, एक आधार व पैन कार्ड और 1.25 लाख रुपए नकद बरामद किए गए हैं. गैंग से और जानकारी जुटाई जा रही है.