लखनऊ : सिविल परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र विनीत के साथ मारपीट के मामले में तीनों कांस्टेबल के खिलाफ लूट सहित मारपीट की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. हालांकि एफआईआर दर्ज होने से पहले विनीत ने ईटीवी से बात करते हुए बयान दिया था कि वह तीनों कॉन्स्टेबल के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं कराना चाहता है, लेकिन विनीत की ओर से दी गई शिकायत को वापस न लेने के चलते पुलिस ने तीनों आरोपी कॉन्स्टेबल के खिलाफ लूट व मारपीट की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है. मानकनगर एसएचओ सुभाष ने बताया कि हमें विनीत की ओर से तहरीर मिली थी. जिस पर एफआईआर दर्ज की गई है.
कमिश्नर ने कहा था होगी कठोर कार्रवाई : घटना के बाद विनीत की लखनऊ पुलिस कमिश्नर एसबी शिरोडकर से बात हुई थी. कमिश्नर ने कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. कमिश्नर के संज्ञान के बाद विनात के पास आला अधिकारियों के भी फोन आए थे. जिन्होंने आरोपी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कही थी. विनीत ने बताया कि मैंने इस संदर्भ में शिकायत पत्र भी दिया है, लेकिन परिवार से राय के बाद यह फैसला लिया गया है कि आरोपी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर नहीं दर्ज कराऊंगा. मैं पुलिस कर्मचारियों के कर्मों की सजा उनके परिवार को नहीं दे सकता. मेरा यह मानना है कि आरोपी पुलिस कर्मचारी अरविंद सिंह, अनमोल मिश्रा व गजेंद्र सिंह अपनी नौकरी से परिवार का भरणपोषण करते होंगे हो सकता है वे अपने परिवार में कमाने वाले अकेले हों. ऐसे में अगर उनके खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई होती है तो उनका परिवार भी सफर करेगा, यह बात सोचते हुए मैंने सभी को माफ कर दिया है.
विनीत ने दी थी तहरीर : घटना के बाद विनीत सिंह ने सहायक पुलिस आयुक्त काकोरी को घटना की जानकारी देते हुए आरक्षी अनमोल कुमार व दो अज्ञात आरक्षी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की शिकायत की थी. अब विनीत सिंह का इरादा बदल गया है. विनीत सिंह ने बताया कि जिस तरीके का व्यवहार उनके साथ किया गया ऐसा व्यवहार किसी के साथ नहीं होना चाहिए. विनीत का कहना है कि मैं इस बात से डरा हुआ हूं कि अगर मेरा परिचय आईएएस अधिकारी से नहीं होता तो मेरे साथ क्या पुलिस कर्मचारी क्या करते. विनीत ने बताया कि वह एक किसान का बेटा है और राजधानी लखनऊ में अपनी बहन के घर पर रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा है. सुबह मानक नगर थाने से एसएचओ सुभाष का फोन आया था. एसएचओ का कहना था कि अगर आपको एफआईआर लिखानी है तो आप आ सकते हैं, लेकिन मैं आज थाने नहीं गया.
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