लखनऊ : उत्तर प्रदेश समेत देश भर से अक्सर नाबालिगों के लापता होने के मामले सामने आते रहते हैं. ऐसी तमाम शिकायतें पुलिस के पास पहुंचती हैं. कई मामलों में नाबालिगों का पता भी नहीं लग पाता है, लेकिन सही समय पर सूचना मिलने पर काफी हद तक इस पर रोक भी लगाई जा सकती है. ऐशबाग रेलवे स्टेशन पर जीआरपी और आरपीएफ ने ऐसे ही एक मामले में कार्रवाई करते हुए आम्रपाली एक्सप्रेस से ले जाए जा रहे 11 नाबालिगों को बरामद किया है. मामले में दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है. अधिकारियों के अनुसार दोनों आरोपी मानव तस्करी में संलिप्त रहे हैं.
जीआरपी ऐशबाग थाने के उप निरीक्षक सुभाष चन्द्र यादव ने बताया कि मामला 15707 आम्रपाली एक्सप्रेस ट्रेन का है. सात जून को जीआरपी और आरपीएफ को ऐसी सूचना मिली कि ट्रेन से 11 नाबालिगों को बालश्रम के लिए ले जाया जा रहा है. इस सूचना पर रेलवे स्टेशन ऐशबाग पर जीआरपी/आरपीएफ, एएचटीयू टीम और बचपन बचाओ आन्दोलन के अधिकारियों ने आम्रपाली एक्सप्रेस में सघन चेकिंग अभियान शुरू कर दिया. चेकिंग में आगे की जनरल बोगी व कोच संख्या एस-9 से बालश्रम के लिए ले जाए जा रहे 11 नाबालिगों को बरामद कर लिया गया. इसके अलावा जीआरपी और आरपीएफ के हत्थे अभियुक्त दिलीप कुमार और शिवम कुमार चढ़ गए. दोनों को गिरफ्तार कर चारबाग में मुकदमा पंजीकृत कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि दिलीप कुमार और शिवम कुमार दोनों ही बिहार के रहने वाले हैं.
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