लखनऊ : राजधानी में दो जालसाजों ने गोरखपुर के रहने वाले एक व्यक्ति की बेटी की सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर पांच लाख की ठगी कर ली है. जालसाजों ने पीड़ित से पैसे देने के दस दिनों के अंदर बेटी की नौकरी दिलाने का झांसा दिया था. नौकरी न मिलने पर पीड़ित ने जब अपने पैसे मांगे तो उसे जालसाजों ने धमकी दी है. पीड़ित ने हुसैनगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस के मुताबिक, रामजीत और विनोद राव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जांच कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस के मुताबिक, हुसैनगंज थाने में गोरखपुर के रहने वाले सुरेश सिंह ने एफआईआर दर्ज कराई है. जिसके मुताबिक, दो वर्ष पहले वह हुसैनगंज विधायक आवास स्थित यूपी अनसूचित जाति जनजाति आयोग के एक सदस्य के घर पर गए थे. जहां व्यक्ति से मिलने आए अन्य रामजीत राव और विनोद राव से उनकी बातचीत हुई थी. इस दौरान रामजीत राव ने पीड़ित सुरेश को बताया था कि सचिवालय में उनकी अच्छी खासी पकड़ है और वो कई लोगों की सचिवालय में नौकरी लगवा चुके हैं. आरोपी रामजीत ने पीड़ित से कहा कि सचिवालय में एक और जगह खाली है, हालांकि वह महिला आरक्षित है. ऐसे में पीड़ित सुरेश सिंह ने अपनी विवाहित बेटी की नौकरी के लिए आरोपियों से बातचीत की.
एफआईआर के मुताबिक, आरोपी रामजीत व विनोद राव ने पीड़ित सुरेश सिंह से कहा कि सचिवालय में नौकरी के लिए पांच लाख रुपए लगेंगे. इधर पैसे दिए उधर दस दिन में ज्वाइनिंग लेटर दे दिया जायेगा. पीड़ित ने अपनी बेटी की नौकरी के लिए अलग-अलग तारीखों में आरोपियों को पांच लाख रुपए दे दिए. पैसे देने के बाद भी जब सुरेश की बेटी को ज्वाइनिंग लेटर नहीं मिला तो उन्होंने आरोपियों से नौकरी के लिए पूछा, जिसके बाद दोनों ही आरोपी पीड़ित को टरकाने लगे, जिस पर पीड़ित ने हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई है.
थाना प्रभारी हुसैनगंज जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि 'पीड़ित की तहरीर पर वृंदावन काॅलोनी लखनऊ के रहने वाले दो आरोपियों रामजीत और विनोद राव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, जांच की जा रही है.'