लखनऊ : गोसाईगंज के एक गांव से लापता दस वर्षीय मासूम का शव सोमवार की सुबह उसके ही बाग में मिला था. परिजनों की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मासूम के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मासूम की गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने पीड़ित पिता की तहरीर पर अज्ञात के विरूद्व हत्या का मुकदमा दर्ज किया था. मगंलवार को एक बार फिर एसीपी अमित कुमावत व इंस्पेक्टर दिनेश चन्द्र मिश्रा ने मृतक मासूम के घर पहुंचकर परिजनों से पूछताछ की, लेकिन उन्होंने किसी पर कोई शक जाहिर नहीं किया. जिसके बाद पुलिस कई बिन्दुओं पर अपनी पड़ताल शुरू कर हत्या के खुलासे में लग गयी है. पुलिस सदेह के आधार पर कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर रही है.
ग्रामीणो की मानें तो मासूम की गला दबाकर हत्या करने वाले हत्यारों ने घटना को आत्महत्या का रूप देने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी. हत्यारे मासूम को पेड़ की टहनियों पर बैठा हुआ ही छोड़कर चले गये थे. सुबह परिजन समेत ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो मासूम का शव डाल से बंधा था, जिसके बाद ग्रामीणों ने मासूम की हत्या किये जाने की आंशका भी जताई थी.
डीसीपी दक्षिणी विनीत जायसवाल ने बताया कि 'पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मासूम की गला दबाकर हत्या किये जाने की पुष्टि हुई है. मासूम के साथ कुकर्म किये जाने की पुष्टि नहीं हुई है. प्राइवेट पार्ट के स्वैब को डाॅक्टर ने परीक्षण के लिये फाॅरेंसिक लैब भेजा है, वहीं मासूम की हत्या के खुलासे के लिये सर्विलांस व क्राइम सहित पुलिस की कई टीमों को लगाया गया है.'