लखनऊ: अमेठी के जिला संयुक्त चिकित्सालय में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है. ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर पर ब्लेड को मरीज के पेट में छोड़ने का आरोप लगा है. परिजनों के आरोप के बाद मामले में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शिकायत का संज्ञान लिया है. मामले में डिप्टी सीएम ने जांच के आदेश दिए हैं.
दरअसल, अमेठी के हीरशाह दुबे का पुरवा कोरारी निवासी श्यामलाल को पथरी की शिकायत थी. उन्होंने जिला संयुक्त चिकित्सालय में इसका इलाज कराया. अस्पताल के डॉक्टर रमेश कुमार ने उनका पथरी का ऑपरेशन किया. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने ऑपरेशन के नाम पर उनसे दस हजार रुपये घूस मांगे. परिजनों ने किसी तरह व्यवस्था करके डॉक्टर को 7500 रुपये दिए भी. इसके बाद डॉक्टर ने ऑपरेशन किया. लेकिन, ऑपरेशन होने के कुछ देर बाद पेट में दर्द शुरू हो गया. उनकी हालत बिगड़ गई. शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच की. इसमें पता चला कि पेट में सर्जिकल ब्लेड छूट गया है.
शिकायत को लेकर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा है कि मामला गंभीर है. मामले की 3 सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी गई है. इसमें गौरीगंज जिला संयुक्त चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. बी प्रसाद अग्रवाल, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रामप्रसाद और अमेठी के डॉ. देवेश तिवारी को शामिल किया गया है. दोषी चिकित्सक के विरुद्ध नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी. एक सप्ताह में जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपनी होगी.
वहीं, दूसरी तरफ आगरा जिला अस्पताल के एक मरीज ने जिला चिकित्सालय परिसर में दलालों की पैठ होने की शिकायत की थी, जिसको लेकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. अब सीएमओ इस प्रकरण में जांच कराएंगे. इसके साथ ही चार दिन में जांच पूरी कर कार्रवाई करने के भी निर्देश हैं.
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