लखनऊ : जिले के अमीनाबाद में क्राइम ब्रांच ने नकली दवा कारोबार का भंडाफोड़ किया है. मॉडल हाउस में दवा गोदाम से नकली दवाओं का बड़ा कारोबार चल रहा था. मंगलवार को कानपुर क्राइम ब्रांच की टीम और लखनऊ पुलिस ने छापा मारकर ढाई करोड़ की नकली दवाएं बरामद की हैं. साथ ही एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने भारी मात्रा में नशीली दवाइयां, इंजेक्शन, एंटीबायोटिक, स्टेरॉयड और कई कास्मेटिक क्रीम बरामद करने का दावा किया है.
आरोपी पांच साल यह कारोबार कर रहा था. उसने बताया कि नकली एंटीबायोटिक.खड़िया और नमक की मदद से बनाई जाती हैं. देहरादून, मुजफ्फरनगर, हिमाचल के बद्दी में ऑर्डर देकर नकली दवाएं मंगाई जाती हैं. इस मामले के तार लखनऊ से जुड़ने पर कानपुर पुलिस ने अमीनाबाद प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार राय से संपर्क किया. इसके बाद कानपुर क्राइम ब्रांच, गोविंदनगर पुलिस टीम सोमवार शाम लखनऊ पहुंची. प्रभारी निरीक्षक अमीनाबाद आलोक कुमार राय के साथ मिलकर आरोपियों की निशानदेही पर मॉडल हाउस में छापा मारा. पुलिस ने सचिन को सोमवार रात में ही पकड़ लिया और कानपुर लेकर वापस चली गई.
कैसे जुड़ा लखनऊ कनेक्शन
ड्रग इंस्पेक्टर बृजेश कुमार के मुताबिक कानपुर की क्राइम ब्रांच और गोविंदनगर पुलिस की टीम ने दबौली टेंपो स्टैंड के पास छापा मारकर प्रतिबंधित और नकली दवाओं की सप्लाई करने वाले पिंटू गुप्ता और आसिफ को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने उनके पास से 17770 नाइट्रावेट और 48 हजार नकली एंटीबायोटिक टैबलेट जिफी बरामद की. आरोपी सचिन ने पुलिस को बताया था कि लखनऊ के साथ ही सीतापुर, रायबरेली, उन्नाव, हरदोई समेत अन्य जनपदों में दवाओं की आपूर्ति करता है. छापे के दौरान गोदाम से बड़ी मात्रा में नशीली, नकली दवाएं, इंजेक्शन, कास्मेटिक क्रीम समेत कई अन्य सामग्री बरामद हुई हैं.
नकली दवाओं की सप्लाई
ड्रग इंस्पेक्टर लखनऊ बृजेश कुमार के मुताबिक कानपुर की ड्रग टीम जब्त दवाओं के नमूने ले गई है. वहीं मुकदमा भी दर्ज करा दिया है. लखनऊ में दवा कहां-कहां सप्लाई की पुलिस से जानकारी इकट्ठा कर रही है. साथ ही उसकी लाइसेंस भी निरस्त की जाएगी. इससे जुड़े दस्तावेज जुटाए जा रहे हैं.