लखनऊ : राजधानी के हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में अब तक रात में इमरजेंसी में आने वाले मरीजों का कोविड-19 जांच के लिए सिर्फ सैंपल ले लिया जाता था. जिसकी जांच सुबह हो पाती थी. लेकिन अब यह व्यवस्था रात में भी शुरू होने वाली है.
सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. मधु सक्सेना ने बताया कि इमरजेंसी में आने वाले मरीजों का कोविड-19 का सैंपल ले लिया जाता था, लेकिन उसकी जांच सुबह हो पाती थी. सोमवार से यह व्यवस्था रात में भी हम शुरू कर रहे हैं. अब रात में इमरजेंसी वाले मरीजों का सैंपल लेकर ट्रूनेट मशीन द्वारा जांच की जा सकेगी.
डॉक्टर सक्सेना के अनुसार, सिविल अस्पताल में अब एक और ट्रूनेट मशीन लगाए जाने की मंजूरी स्वास्थ्य विभाग से मिल चुकी है. यह मशीन बलरामपुर अस्पताल से ली जाएगी. इस मशीन की क्षमता एक बार में दो व्यक्तियों की जांच करने की है. इस लिहाज से अब सिविल अस्पताल में एक बार में तीन व्यक्तियों की कोरोना जांच संभव हो सकेगी. डॉक्टर सक्सेना ने बताया कि ट्रूनेट मशीन से एक व्यक्ति की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने में 1 घंटा तो वहीं निगेटिव आने में लगभग 2 घंटे का समय लगता है.
डॉक्टर सक्सेना ने बताया कि मरीजों के साथ ही हेल्थ केयर वर्कर्स की भी सुरक्षा के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है. बताते चलें कि सिविल अस्पताल में डॉक्टर्स, नर्सेज, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारियों समेत अब तक लगभग 70 हेल्थ केयर वर्कर्स में भी कोरोना का संक्रमण हो चुका है.