लखनऊ : राजधानी लखनऊ में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण स्थितियां भयावह हो गई हैं. राजधानी में रोजाना हजारों मरीज कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. जिसकी वजह से राजधानी की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. इन सबके बीच ऑक्सीजन की किल्लत की वजह से कोरोना मरीजों की सांसों पर संकट पैदा हो गया है. कोरोना के ज्यादातर मरीजों को इलाज के दौरान ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है. लेकिन, होमआईसोलेशन के मरीजों की बात दूर अस्पतालों तक में ऑक्सीजन की आपूर्ति लड़खड़ाई हुई है. बीती रात राजधानी लखनऊ के टीएसएम मेडिकल कॉलेज में भी ऑक्सीजन खत्म हो गई. ऐसे में मरीजों को आनन-फानन में केजीएमयू शिफ्ट किया गया.
लेवल-थ्री कोविड हॉस्पिटल है टीएसएम मेडिकल कॉलेज
कानपुर रोड स्थित टीएसएम मेडिकल कॉलेज कोविड का लेवल-थ्री हॉस्पिटल है. यहां पर 50 बेड का आइसीयू है. वहीं आइसोलेशन वार्ड में 150 बेड हैं. यहां सभी बेड फुल थे. लेकिन, मंगलवार को यहां प्लांट से ऑक्सीजन की आपूर्ति समय पर नहीं हुई. ऐसे में बीती रात यहां ऑक्सीजन संकट पैदा हो गया. जिसके बाद जिला प्रशासन को सूचना दी गई. उधर, मरीजों की जिंदगी दांव पर देखकर तीमारदार भी हंगामा करने लगे. खबर मिलते ही जिला प्रशासन व स्वास्थ्य प्रशासन की टीम मेडिकल कॉलेज पहुंच गई. जिसके बाद यहां से मरीजों को शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गई. मेडिकल कॉलेज के एमएस डॉ सुधांशु ने कहा कि मरीजों की शॉफ्टिंग जिला प्रशासन करा रहा है.
205 सिलेंडर जुटाए गए, केजीएमयू में शिफ्टिंग जारी
रात में अफसरों ने मेडिकल कॉलेज के लिए 205 ऑक्सीजन सिलेंडर का जुगाड़ किया. वहीं रात 10 मरीजों को केजीएमयू में शिफ्ट कराया गया. टीएसएम मेडिकल कॉलेज में 24 घण्टे में 350 ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत है. बैकअप में भी ऑक्सीजन का स्टॉक नहीं है. ऐसे में सुबह भी 30 मरीजों को शिफ्ट कराया जा रहा है.
इन अस्पतालों में भी दांव पर जान
राजधानी के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट बना हुआ है. ऐसे में भर्ती मरीजों की जिन्दगी दांव पर है. विवेकानंद अस्पताल, अथर्व हॉस्पिटल व मेयो अस्पताल में भी मंगलवार शाम से व्यवस्था लड़खड़ाई हुई है.