लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में माघ मेला 2020-21 की तैयारियों को लेकर सोमवार को समीक्षा बैठक आयोजित की गई. मुख्य सचिव ने कहा कि माघ मेला में आने वाले सभी कल्पवासियों की कोविड प्रोटोकाॅल के अन्तर्गत आरटीपीसीआर जांच अवश्य कराई जाए. उन्होंने यह भी कहा कि माघ मेला में प्रतिदिन आने वाले श्रद्धालुओं की भी एन्टीजन जांच या थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए. उन्होंने कहा कि माघ मेला क्षेत्र में सेनिटाइजेशन के कार्य को भी नियमित रूप से कराया जाए. मेला में पर्याप्त चिकित्सकीय सुविधाएं व एम्बुलेन्स आदि की भी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई जाए. किसी भी श्रद्धालु के कोविड पाॅजिटिव पाए जाने पर उसे तत्काल कोविड समर्पित एम्बुलेन्स के माध्यम से चिकित्सालय ले जाया जाए.
'5 जनवरी तक पूरे हो जाएं सभी काम'
मुख्य सचिव आरके तिवारी ने बताया कि विभागवार समीक्षा बैठक के दौरान प्रयागराज के जिलाधिकारी ने जानकारी दी कि माघ मेला के लिए एक हजार जन शौचालय, नौ हजार संस्थागत शौचालय, तीन हजार कनात जन शौचालय, एक हजार विभागीय शौचालय, 300 मूत्रालय, 20 बेड के दो अस्थायी चिकित्सालय, 180 गैंग सफाईकर्मी की व्यवस्था कराई जा रही है. इस पर मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि आगामी पांच जनवरी तक सभी कार्यों को पूरा कराया जाए. चेकर्ड प्लेट मार्ग निर्माण का कार्य, पाण्टून पुलों का निर्माण कार्य, साइनेज कार्य के अवशेष कार्यों को भी पांच जनवरी तक पूर्ण कराया जाए.
पांच बिजली घर बनकर तैयार
बैठक में यह भी बताया गया कि माघ मेला के लिए 17 विद्युत उपकेंद्रों के सापेक्ष पांच विद्युत उपकेन्द्रों का निर्माण कार्य पूरा हो गया है. शेष 12 विद्युत उपकेंद्रों का कार्य प्रगति पर है. इसी प्रकार 296 किमी. ओवरहेड विद्युत लाइन के निर्माण कार्य के सापेक्ष लगभग 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है. 12 हजार स्ट्रीट लाइटों के सापेक्ष चार हजार स्ट्रीट लाइटों को लगाने का कार्य पूर्ण हो गया है. 65 हजार कैम्प कनेक्शन के सापेक्ष पांच हजार कैम्प कनेक्शन कर दिए गए हैं.
मुख्य सचिव ने दिए निर्देश
मुख्य सचिव ने कहा कि माघ मेला में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रभावशाली भीड़ नियंत्रण योजना अवश्य बना ली जाए. उन्होंने कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर एवं सुगम यातायात की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए. स्वच्छ पेयजल व स्वच्छ शौचालय की भी व्यवस्था कराई जाए. मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लाउडस्पीकर के माध्यम से समस्त सुविधाओं की जानकारी प्रदान की जाए. उन्होंने सूचना विभाग को निर्देश दिये कि मेले में साइनेज के माध्यम से श्रद्धालुओं को मार्ग से सम्बन्धित एवं अन्य जानकारियां उपलब्ध कराई जाएं.