लखनऊः मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुशील कुमारी ने घर में जबरन घुसने, वसूली करने व छेड़छाड़ के आरोपों को लेकर दाखिल एक अर्जी पर संज्ञान लेते हुए थाना विकास नगर के तत्कालीन प्रभारी धीरज शुक्ला समेत तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना का आदेश दिया है. कोर्ट ने यह आदेश पीड़ित महिला की अर्जी पर दिया है. कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि विपक्षी पुलिसवाले रात्रि में महिला के घर गए अथवा नहीं, उसके साथ कोई अश्लील रकत की अथवा नहीं. इस संदर्भ में विवेचना किया जाना आवश्यक है. कोर्ट ने कहा कि लिहाजा विवेचना के परिणाम से अदालत को भी अवगत कराया जाए.
घर में घुसकर महिला से छेड़छाड़ करने का आरोप
महिला का आरोप है कि 2 जुलाई, 2020 की रात्रि आठ बजे धीरज शुक्ला अन्य पुलिसवालों के साथ उसके घर में घुस गए. उसके पति को थप्पड़ मारते हुए पुलिस वाले इधर-उधर तलाशी लेने लगे. विरोध करने पर छेडछाड़ व अश्लील हरकत करते हुए कहा कि तुम्हारे पति व तुम्हें भी मुकदमे मे फंसा कर जेल भेज दूंगा. धीरज शुक्ला पहले ही मेरे बेटे को जेल भेज चुके थे.
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महिला को ब्लैकमेल करने का आरोप
महिला ने आरोप लगाया है कि धीरज शुक्ला ने पति को बचाने के एवज में 50 हजार रुपये की मांग की. 20 हजार रुपये जबरिया ले भी लिया, शेष रकम सुबह देने की चेतावनी दी. धीरज शुक्ला रुपया लेने के बावजूद ब्लैकमेल करते रहे. 7 जुलाई, 2020 को एक बार फिर से घर आए और अश्लील हरकत की.