लखनऊ : नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों में नवचयनित शिक्षकों की तैनाती के लिए 5 जनवरी 2024 को चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय में काउंसलिंग होगी. तैनाती कॉलेजों की विशिष्टता के आधार पर रिक्त पदों के सापेक्ष की जाएगी. साथ ही जिन विशिष्टताओं के विभाग नए मेडिकल कॉलेजों में नहीं शुरू हुए हैं, उनकी तैनाती पुराने मेडिकल कॉलेजों में रिक्त सीटों पर की जाएगी.
काउंसलिंग में प्रदेश के यह जिले होंगे शामिल : चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक किंजल सिंह ने बताया कि 'लोक सेवा आयोग, प्रयागराज द्वारा नव स्थापित मेडिकल कॉलेजों के लिए शिक्षक चयनित किए गए हैं, उन शिक्षकों को नए साल में पांच जनवरी को काउंसलिंग के माध्यम से कॉलेजवार नियुक्ति प्रदान की जाएगी. काउंसिलिंग में बांदा, कन्नौज, सहारनपुर, आजमगढ़ एवं अंबेडकरनगर मेडिकल कॉलेज शामिल किए जाएंगे. रिक्त पदों के सापेक्ष नवचयनित शिक्षकों को तैनाती दी जाएगी. काउंसिलिंग में एनेस्थीसिया, पैथोलॉजी, ईएनटी, पीडियाट्रिक्स, ऑब्स एंड गायनी, स्किन, फार्माकोलोजी, एनाटमी, आर्थोपैडिक, बायोकेमिस्ट्री, माइक्रोबॉयोलॉजी एवं नियोनेटोलॉजी विभाग के नवचयनित शिक्षक शामिल होंगे.'
विशेषज्ञ नहीं होने से होती है दिक्कतें : बता दें कि प्रदेश में 45 मेडिकल कॉलेज हैं. बहुत से ऐसे मेडिकल कॉलेज हैं, जहां पर विभिन्न विभागों में विशेषज्ञों की कमी है. इन कमी को दूर करने के लिए स्वास्थ्य निदेशालय के अधिकारियों ने बताया कि 'इसके लिए कोशिश की जा रही है कि जल्द से जल्द विशेषज्ञों की कमी दूर हो. मेडिकल कॉलेज में स्टूडेंट पढ़ाई भी करते हैं. शहरवासी इलाज करने के लिए भी पहुंचते हैं. विशेषज्ञ नहीं होने के चलते मजबूरी में या तो मरीज निजी अस्पतालों की तरफ रूख करते हैं या फिर लखनऊ के बड़े संस्थानों में इलाज करने के लिए आते हैं, जिसके चलते लखनऊ के संस्थानों में भी भारी भीड़ होती है.'