लखनऊ : छात्र-छात्राओं में नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मिशन निरामया योजना को रफ्तार दी जा रही है. इंटर कॉलेजों के प्रिंसिपल, शिक्षक व छात्र-छात्राओं को नर्सिंग पेशे के प्रति जागरूक किया जा रहा है.
उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने जारी बयान में बताया कि "मिशन निरामया में मास्टर ट्रेनर तैयार किए जा रहे हैं. चिकित्सा शिक्षा विभाग अब तक यूपी के 240 से ज्यादा सरकारी स्कूल के प्रिसिंपल को अभियान से जोड़ चुका है. ये मास्टर ट्रेनर अन्य स्कूलों के प्रिंसिपल को प्रशिक्षित करेंगे. इस पर उप मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता जाहिर की है.
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने बताया कि "35 जिलों में 1600 से ज्यादा काउंसलिंग सत्र का आयोजन किया जा चुका है. प्रदेश के दो लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को नर्सिंग व पैरामेडिकल कोर्स का महत्व बताया जा चुका है. छात्र-छात्राओं को नर्सिंग व पैरामेडिकल में कैरिअर बनाने की सलाह दी जा रही है. तैयारी व दाखिले की प्रक्रिया समझायी जा रही है. रोजगार के अवसरों के बारे में भी बताया जा रहा है. स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए अच्छे डॉक्टरों के साथ कुशल नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ की जरूरत है. क्योंकि नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ के हाथों में इलाज की बागडोर होती है. कुशल पैरामेडिकल स्टाफ की सेवा से मरीज जल्द ठीक होते हैं. इलाज के साथ मरीजों को मानसिक रूप से मजबूत बनाने में भी मदद मिलती है."
नए सरकारी व प्राइवेट अस्पताल खुल रहे हैं. मेडिकल कॉलेज व संस्थान भी तैयार हो रहे हैं. ऐसे में छात्र-छात्राएं नर्सिंग व पैरामेडिकल का प्रशिक्षण हासिल कर सकते हैं. सरकारी व प्राइवेट संस्थानों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
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