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'प्रेरणा ऐप' के विरोध में सड़कों पर उतरे प्रदेश भर के परिषदीय शिक्षक

उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद और माध्यमिक शिक्षा परिषद के शिक्षक प्रेरणा ऐप के विरोध में सड़कों पर हैं. उनका मानना है कि ये शिक्षकों की निजता पर प्रहार है. सरकार केवल परिषदीय शिक्षकों को ही निशाना बना रही है.

परिषदीय शिक्षक ने किया प्रेरणा ऐप का विरोध.
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Published : Sep 4, 2019, 2:13 PM IST

जौनपुर: 5 सितंबर यानी टीचर्स डे से उत्तर प्रदेश सरकार, बेसिक शिक्षा परिषद और माध्यमिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों के लिए प्रेरणा ऐप का शुभारंभ करने जा रही है. टीचर इस ऐप के माध्यम से सेल्फी लेकर अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी.

प्रेरणा ऐप की शुरुआत के पहले ही प्रदेश भर के शिक्षकों ने इसके खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. शिक्षकों का कहना है कि ये टीचरों की निजता का उल्लंघन है. यह एक सरकारी ऐप है जिसे हम अपने मोबाइल में डाउनलोड करेंगे तो हमारे मोबाइल का डाटा सरकार के पास पहुंच जाएगा.

परिषदीय शिक्षक ने किया प्रेरणा ऐप का विरोध.

इसे भी पढ़ें- इटावा में शिक्षकों ने किया प्रेरणा ऐप का विरोध

जालौन में शिक्षकों ने किया प्रदर्शन
जनपद के जिला कलेक्टर परिषद 22 सूत्री मांगों को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अमित सिंह के नेतृत्व में सैंकड़ों शिक्षक इस ऐप का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि अगर सरकार को हमारी अटेंडेंस लेनी है तो वह औचक निरीक्षण कर हमारी चेकिंग करा सकती है. कार्यालयों में बायोमैट्रिक लगाकर अटेंडेंट्स ले सकती है. उनकी मांग है कि राज्य कर्मचारियों की तरह बेसिक परिषदीय शिक्षकों को भी चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए.

किसी शिक्षक की असमय मृत्यु हो जाने पर उसके परिजनों को योग्यतानुसार शिक्षक या लिपिक के पद पर नियुक्त किया जाए. कुछ जनपदों में छात्र नामांकन 15% वृद्धि न कर पाने के कारण विभागीय कार्रवाई वापस की जाए. साथ ही शिक्षकों की बीमा राशि 5 लाख की जाए.

इसे भी पढ़ें- शिक्षकों ने किया प्रेरणा ऐप का विरोध, तालाबंदी का किया एलान

संतकबीर नगर में ऐप के विरोध में शिक्षकों ने दिया इस्तीफा
संतकबीर नगर जनपद में परिषदीय स्कूलों के शिक्षक प्ररेणा ऐप के विरोध में लामबंद हो गए हैं. संघ की जिला अध्यक्ष अंबिका देवी की अगुआई में शिक्षकों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए प्रेरणा ऐप के विरोध में कार्य बहिष्कार किया. इसके साथ ही शिक्षकों ने सरकार की नीतियों से खफा होकर सामूहिक रूप से इस्तीफा भी दिया.

जिलाध्यक्ष अंबिका देवी ने बताया की प्रेरणा ऐप को सरकार द्वारा हम पर थोपा जा रहा है. इस ऐप को लागू करने से पहले सरकार द्वारा हमें समुचित व्यवस्था मुहैया करानी चाहिए. सरकार इस प्रकार से शिक्षकों का मानसिक शोषण कर रही है.

झांसी में प्रेरणा ऐप को लेकर शिक्षकों ने किया हंगामा
झांसी जिले की मोठ तहसील के बीआरसी केंद्र के बाहर शिक्षकों ने प्रेरणा ऐप के खिलाफ जमकर हंगामा किया. उन्होंने पांच सितंबर से दी जाने वाली लाइव सेल्फी को ऐप पर अपलोड करने से ही साफ इनकार कर दिया है. शिक्षकों ने इस दिन को 'शिक्षक सम्मान बचाओ दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय लिया है. शिक्षकों का मानना है कि सरकार केवल परिषदीय शिक्षकों को ही निशाना बना रही है.

जौनपुर: 5 सितंबर यानी टीचर्स डे से उत्तर प्रदेश सरकार, बेसिक शिक्षा परिषद और माध्यमिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों के लिए प्रेरणा ऐप का शुभारंभ करने जा रही है. टीचर इस ऐप के माध्यम से सेल्फी लेकर अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी.

प्रेरणा ऐप की शुरुआत के पहले ही प्रदेश भर के शिक्षकों ने इसके खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. शिक्षकों का कहना है कि ये टीचरों की निजता का उल्लंघन है. यह एक सरकारी ऐप है जिसे हम अपने मोबाइल में डाउनलोड करेंगे तो हमारे मोबाइल का डाटा सरकार के पास पहुंच जाएगा.

परिषदीय शिक्षक ने किया प्रेरणा ऐप का विरोध.

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जालौन में शिक्षकों ने किया प्रदर्शन
जनपद के जिला कलेक्टर परिषद 22 सूत्री मांगों को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अमित सिंह के नेतृत्व में सैंकड़ों शिक्षक इस ऐप का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि अगर सरकार को हमारी अटेंडेंस लेनी है तो वह औचक निरीक्षण कर हमारी चेकिंग करा सकती है. कार्यालयों में बायोमैट्रिक लगाकर अटेंडेंट्स ले सकती है. उनकी मांग है कि राज्य कर्मचारियों की तरह बेसिक परिषदीय शिक्षकों को भी चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए.

किसी शिक्षक की असमय मृत्यु हो जाने पर उसके परिजनों को योग्यतानुसार शिक्षक या लिपिक के पद पर नियुक्त किया जाए. कुछ जनपदों में छात्र नामांकन 15% वृद्धि न कर पाने के कारण विभागीय कार्रवाई वापस की जाए. साथ ही शिक्षकों की बीमा राशि 5 लाख की जाए.

इसे भी पढ़ें- शिक्षकों ने किया प्रेरणा ऐप का विरोध, तालाबंदी का किया एलान

संतकबीर नगर में ऐप के विरोध में शिक्षकों ने दिया इस्तीफा
संतकबीर नगर जनपद में परिषदीय स्कूलों के शिक्षक प्ररेणा ऐप के विरोध में लामबंद हो गए हैं. संघ की जिला अध्यक्ष अंबिका देवी की अगुआई में शिक्षकों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए प्रेरणा ऐप के विरोध में कार्य बहिष्कार किया. इसके साथ ही शिक्षकों ने सरकार की नीतियों से खफा होकर सामूहिक रूप से इस्तीफा भी दिया.

जिलाध्यक्ष अंबिका देवी ने बताया की प्रेरणा ऐप को सरकार द्वारा हम पर थोपा जा रहा है. इस ऐप को लागू करने से पहले सरकार द्वारा हमें समुचित व्यवस्था मुहैया करानी चाहिए. सरकार इस प्रकार से शिक्षकों का मानसिक शोषण कर रही है.

झांसी में प्रेरणा ऐप को लेकर शिक्षकों ने किया हंगामा
झांसी जिले की मोठ तहसील के बीआरसी केंद्र के बाहर शिक्षकों ने प्रेरणा ऐप के खिलाफ जमकर हंगामा किया. उन्होंने पांच सितंबर से दी जाने वाली लाइव सेल्फी को ऐप पर अपलोड करने से ही साफ इनकार कर दिया है. शिक्षकों ने इस दिन को 'शिक्षक सम्मान बचाओ दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय लिया है. शिक्षकों का मानना है कि सरकार केवल परिषदीय शिक्षकों को ही निशाना बना रही है.

Intro:जौनपुर | उत्तर प्रदेश सरकार बेसिक शिक्षा परिषद शिक्षकों एवं माध्यमिक शिक्षा के टीचरों द्वारा प्रेरणा ऐप के माध्यम से सेल्फी लेकर अटेंडेंस की शुरुआत 5 सितंबर टीचर डे को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया जाएगा. प्रेरणा ऐप की शुरुआत के पहले ही शिक्षकों ने इसके खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. शिक्षक का कहना है की प्रेरणा टीचरों की निजता का उल्लंघन है. यह एक सरकारी ऐप है जिसे हम अपने मोबाइल में डाउनलोड करेंगे. जिससे सारी सूचनाएं सरकार को पता चल जाएगी सारे लोकेशन हमारे ट्रैक किए जाएंगे . जिसके लिए हम लोग इसका विरोध कर रहे हैं .अगर सरकार को हमारे अटेंडेंस की लेनी है तो वह औचक निरीक्षण कर हमारा चेकिंग करा सकती है. सारे जगह कार्यालयों में बायोमैट्रिक लगाकर अटेंडेंट्स ले सकती है. Body:जनपद के जिला कलेक्टर परिषद 22 सूत्री मांगों को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अमित सिंह के नेतृत्व में हजारों की संख्या में धरना प्रदर्शन किया . प्रेरणा एप्प के माध्यम से सेल्फी के लेकर प्रदेश के शिक्षकों की उपस्थिति सरकार करना चाहती है वो निजात का उलंघन है. जिसका शुभारंभ कल से टीचर डे के तीन किया जाएगा. जिसका हम लोग विरोध कर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं. शिक्षकों ने अपनी मांगे बताते हुए कहा कि हमारी मांग है कि राज्य कर्मचारियों की भांति बेसिक परिषदीय शिक्षकों की चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए, मृत शिक्षक, शिक्षिकाओं के पाल्यों को शिक्षक एवं लिपिक पद पर नियुक्त योग्यताअनुसार नियुक्ति की जाए, कुछ जनपदों में छात्र नामांकन 15% वृद्धि न कर पाने कारण विभागीय कार्रवाई वापस किया जाए, शिक्षकों की बीमा राशि 5 लाख की जाए जैसी मांगों को लेकर हम लोग धरना प्रदर्शन कर रहे है

Conclusion:उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष अमित सिंह ने कहा कि प्रेरणा ऐप के माध्यम से सरकार जो हम लोगों को अटेंडेंस लेना चाहती है हम लोग इसका पुरजोर विरोध कर रहे है. ये हमारी निजता का उल्लंघन है हम कहीं भी जाएंगे सरकार पूरी हम पर नजर रख सकती है. अगर सरकार को हमारे अटेंडेंस ही लेना है तो वह बायोमेट्रिक के माध्यम से लें सकती है. जिसके लिए हम लोग तैयार हैं. सिंह ने आगे कहा कि शिक्षक शिक्षिकाओं के अटेंडेंस के लिए जो प्रेरणा ऐप सेल्फी लिया जाएगा उसमें हमारी क्लास में 7 -8 की बच्चियां हैं और महिलाएं जो हमारी शिक्षिका टीचर है उनकी फोटो का दुरुपयोग किया जा सकता है. इसके लिए हम लोग विरोध कर रहे हैं अगर सरकार हमारी मांगे नहीं मानती है तो 6 तारीख को हम लोग विशाल मशाल जुलूस निकालेंगे.

बाइट - अमित सिंह - उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ, जिलाध्यक्ष

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Surendra Kumar Gupta
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