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डेंगू के इलाज में मनमानी धनराशि वसूल रहे निजी अस्पताल, सीएमओ ने दी सख्त चेतावनी - private hospitals

डेंगू के इलाज के नाम पर निजी (Private) अस्पताल संचालक मनमानी धनराशि वसूल रहे हैं. यह धनराशि टैक्स (Tax) के नाम पर ली जा रही है और इसका जिक्र बिल में किया जा रहा है. वहीं सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि फिलहाल कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है. ऐसा मामला संज्ञान में आने पर संबंधित अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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Published : Oct 20, 2022, 4:33 PM IST

लखनऊ : डेंगू (dengue) के इलाज के नाम पर निजी (Private) अस्पताल संचालक मनमानी धनराशि वसूल रहे हैं. यह धनराशि टैक्स के नाम पर ली जा रही है और इसका जिक्र बिल में किया जा रहा है. वहीं सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि फिलहाल कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है. ऐसा मामला संज्ञान में आने पर संबंधित अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

मुंशीपुलिया निवासी किरन (27) को बुखार के बाद इंदिरानगर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जांच में मरीज में डेंगू व पीलिया (dengue and jaundice) की पुष्टि हुई। मरीज ने प्राइवेट वार्ड (Private Ward) लेकर इलाज कराया. 10 दिन के इलाज में करीब एक लाख रुपये से ज्यादा का बिल थमा दिया.


कानपुर रोड स्थित एलडीए निवासी आलोक (बदला नाम) को बुखार हुआ था. 16 अक्तूबर को कृष्णानगर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जांच में डेंगू की पुष्टि हुई. अभी भी मरीज का इलाज चल रहा है. परिवारीजनों को बिल थमाया गया. जिसमें लगभग 50 हजार का खर्च बताया गया. इसमें 25 हजार रुपये से ज्यादा का टैक्स दर्ज किया गया है. इससे परिवारीजन काफी चिंतित हैं.

इसी तरह कई अस्पताल हैं जो मरीजों से अवैध वसूली कर रहे हैं. इलाज के नाम पर वसूली हो रही है. सीएमओ (CMO) डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि अभी किसी की तरफ से कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. फिर भी मामले की जांच कराई जाएगी. इलाज के नाम पर किसी अस्पताल संचालक को मनमानी करने की छूट नहीं है. अनियमितता का मामला संज्ञान में आने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें : भाउराव देवरस अस्पताल में महिला के साथ गैंगरेप, आरोपी वार्ड बॉय गिरफ्तार, डॉक्टर हुआ फरार

लखनऊ : डेंगू (dengue) के इलाज के नाम पर निजी (Private) अस्पताल संचालक मनमानी धनराशि वसूल रहे हैं. यह धनराशि टैक्स के नाम पर ली जा रही है और इसका जिक्र बिल में किया जा रहा है. वहीं सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि फिलहाल कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है. ऐसा मामला संज्ञान में आने पर संबंधित अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

मुंशीपुलिया निवासी किरन (27) को बुखार के बाद इंदिरानगर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जांच में मरीज में डेंगू व पीलिया (dengue and jaundice) की पुष्टि हुई। मरीज ने प्राइवेट वार्ड (Private Ward) लेकर इलाज कराया. 10 दिन के इलाज में करीब एक लाख रुपये से ज्यादा का बिल थमा दिया.


कानपुर रोड स्थित एलडीए निवासी आलोक (बदला नाम) को बुखार हुआ था. 16 अक्तूबर को कृष्णानगर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जांच में डेंगू की पुष्टि हुई. अभी भी मरीज का इलाज चल रहा है. परिवारीजनों को बिल थमाया गया. जिसमें लगभग 50 हजार का खर्च बताया गया. इसमें 25 हजार रुपये से ज्यादा का टैक्स दर्ज किया गया है. इससे परिवारीजन काफी चिंतित हैं.

इसी तरह कई अस्पताल हैं जो मरीजों से अवैध वसूली कर रहे हैं. इलाज के नाम पर वसूली हो रही है. सीएमओ (CMO) डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि अभी किसी की तरफ से कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. फिर भी मामले की जांच कराई जाएगी. इलाज के नाम पर किसी अस्पताल संचालक को मनमानी करने की छूट नहीं है. अनियमितता का मामला संज्ञान में आने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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