लखनऊ: कोरोना वायरस का संक्रमण भारत के कई राज्यों में फैल चुका है. उत्तर प्रदेश में भी अब तक 13 कोरोना से संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. लखनऊ में 2 मरीजों के कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से उन घरों के आस-पास सतर्कता बढ़ा दी गई है और लोगों को से बचने के दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं.
कोरोना वायरस से बचाव के लिए पैम्फलेट सहित कंटेनमेंट प्लान किया गया शुरू
लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि अब तक हम लोग होर्डिंग, पैम्फलेट, लीफलेट और पत्रक के माध्यम से जागरूकता फैला रहे थे पर अब हमने एक कंटेनमेंट प्लान भी शुरू किया है. इसके तहत उन लोगों को शामिल किया गया है जो लोग लखनऊ में पाए गए कोरोना संक्रमित मरीजों के घरों के आस-पास रहते थे.
लखनऊ में पाए गए 2 मरीजों के घरों के आस-पास के 1 किलोमीटर के दायरे में आने वाले घर और दुकान आदि को हमने इस प्लान के तहत शामिल किया है. वहां पर रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, एवेन्यू और पुलिस की टीम जाकर कोरोना के संक्रमण से बचने और सावधानी बरतने के बारे में बता रहे हैं.
सीएमओ ने यह भी बताया कि इस प्लान के तहत हम न केवल उन्हें सावधानी बरतने को कह रहे हैं साथ ही यदि उन घरों में वायरल, सर्दी, खांसी, जुखाम या फीवर से जुड़ा हुआ कोई मामला सामने आ रहा है तो उस पर भी निगरानी रख रहे हैं. कंटेनमेंट प्लान के तहत रविवार को कुल 90 टीमें लगाई गई हैं. आने वाले दिनों में इन टीमों की संख्या बढ़ा दी जाएगी.
16 मार्च से 31 मार्च तक दस्तक अभियान भी शुरू किया जा रहा है. इस अभियान के तहत आशा, एएनएम समेत स्वास्थ्य कर्मचारी और स्वास्थ्य विभाग की टीम शामिल की गई है. पूरे लखनऊ जिले में कोरोना के संक्रमण के बारे में सही जानकारी दी जाएगी, ताकि लोग भयभीत न हो और कोरोना के बारे में फैल रही अफवाहों की सच्चाई भी जान सकें.
डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल, सीएमओ.