लखनऊ: राजधानी में लगातार कोरोना का ग्राफ कम हो रहा है. लेकिन कोविड के गंभीर मरीज अभी भी आ रहे हैं. इसके कारण शहर के सरकारी कोविड अस्पतालों में लेवल वन के बेड तो लगभग 80 प्रतिशत खाली है. वहां लेवल थ्री के बेड पर भर्ती होने के लिए अभी भी मरीजो की वेटिंग चल रही है. डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के मरीज कम जरूर हुए है, लेकिन खतरा अभी भी बना हुआ है.
कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए अभी भी बेड की मरामारी
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शहर में कोविड संक्रमित गंभीर मरीजों के लेवल थ्री के करीब 300 बेड आरक्षित किए गए हैं. स्वास्थ विभाग के अफसर का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मरीज कम आ रहे हैं, लेकिन गम्भीर मरीजों का ग्राफ अभी भी कम नहीं हुआ है. रोजाना करीब 20-25 ऐसे मरीज आ रहे हैं, जिन्हें लेवल थ्री के बेड पर भर्ती किया जा रहा है. वहीं बेड फुल होने की वजह से मरीजों को 5-8 घंटे तक की वेटिंग दी जा रही है. सीएमओ डॉ. संजय भटनागर का कहना है कि मरीजों की संख्या में कमी आई है, ये अच्छी बात है. मगर अभी भी खतरा टला नहीं है.
आंकड़ों पर कुछ नजर
राजधानी में बीती 17 जुलाई को 151 कोरोना मरीज पाए गए थे. मंगलवार को यह आंकड़ा 186 पहुंच गया. हालांकि अस्पताल से डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 353 रही. मंगलवार को 6 मरीजों की मौत होने के बाद मरने वालों का आंकड़ा 870 पहुंच गया है. इन दिनों 3240 एक्टिव केस हैं. सर्विलान्स एवं कान्टेक्ट ट्रेसिंग के आधार पर टीमों द्वारा 6022 लोगों के सैंपल लिए गए.
यहां मिले मरीज
मंगलवार को इंदिरा नगर में 25, गोमती नगर 15, रायबरेली रोड 17, मडियांव 10, आलमबाग 10, चौक 11 और महानगर में 10 कोरोना मरीज पाए गए.