लखनऊ : राजधानी लखनऊ में वृंदावन के डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में आज एक साथ 7000 वर-वधू शादी के परिणय सूत्र में बध रहे हैं. सामूहिक शादियों का यह एक विश्व रिकॉर्ड भी बन रहा है. दूसरी तरफ महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश यहां तक कि उत्तर प्रदेश में भी कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं. सरकार इसके लिए एडवाइजरी भी जारी कर चुकी है. लेकिन आज शादियों के इस बड़े आयोजन में कहीं भी एडवाइजरी का पालन नहीं दिखाई दिया. वर-वधू शादी के जोड़े में बैठे तो दिखाई दिए, लेकिन उनके पास मास्क नहीं था और ना ही किसी अधिकारी ने उन्हें मास्क लगाने की सलाह दी. जबकि गाइड लाइन के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ मास्क का होना भी अनिवार्य है.
सामूहिक शादियों में नहीं हो रहा कोरोना गाइडलाइन का पालन
उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर सामने आने के बाद सरकार फिर से सक्रीय हो गई है. अधिकारियों के साथ बैठक कर इस पर नियंत्रण करने के लिए फिर से 2 गज की दूरी मास्क है जरूरी जैसे नियम को सख्ती से लागू करना शुरू कर दिया है. इसके लिए राजधानी लखनऊ समेत सभी जनपदों में अभियान शुरू हो गया है. वहीं आज श्रम विभाग के तहत 3500 जोड़ों की सामूहिक शादियों का आयोजन हो रहा है. इस शादी में सभी मंडलों से वर वधु को बुलाया गया है. पूरे आयोजन में 50,000 से ज्यादा लोग मौजूद हैं, लेकिन इस आयोजन में 2 गज की दूरी मास्क है जरूरी जैसे नियम का पालन होता हुआ नहीं दिखाई दिया. वर वधू शादी के परिणय सूत्र में बंधने के लिए साथ बैठे हैं, लेकिन बिना मास्क के श्रम विभाग के अधिकारी को इसकी थोड़ी भी चिंता नहीं दिखाई दी.