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सरकार कर रही हर संभव प्रयास, फिर भी नहीं लग रही कोरोना संक्रमण पर रोक

यूपी में कोरोना के बढते संक्रमण को देखते हुए सरकार इस पर लगाम लगाने के लिए कई अहम कदम उठा रही है. खुद सीएम योगी अस्पतालों का दौरा कर रहे हैं. उन्होंने अपने मंत्रियों को भी अस्पतालों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा सरकार कोविड अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बढ़ाने पर जोर दे रही है.

कोरोना संक्रमण पर रोक
कोरोना संक्रमण पर रोक
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Published : Apr 11, 2021, 11:57 AM IST

लखनऊ: प्रदेश में कोरोना की स्थिति बेहद भयावह हो रही है. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीएम योगी ने मंत्रियों को अस्पतालों के निरीक्षण के निर्देश दिए थे. इसी क्रम में स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बलरामपुर अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने मातहतों को दिशा-निर्देश भी दिए. वहीं प्रदेश में कोरोना का कहर लगातार जारी है, पिछले 24 घंटों में सर्वाधिक 12,787 मरीज संक्रमित मिले हैं. जबकि इलाज के दौरान 48 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई. राजधानी लखनऊ में भी कोरोना वायरस का प्रकोप चरम पर है. यहां इलाज को लेकर अस्पतालों में मारामारी है. राजधानी के डफरिन अस्पताल की सीएमएस डॉ सुधा वर्मा शनिवार को कोविड-19 पॉजिटिव हुई जिसके बाद अभी अन्य स्टाफों की रिपोर्ट आना बाकी है. एलयू से लेकर केजीएमयू तक का स्टॉफ कोरोना से संक्रमित हो गया है. इसके अलावा कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रदेश के कुछ अस्पतालों को कोविड अस्पतालों में बदल दिया गया है.

एलयू के प्रोफेसर कोविड पॉजिटिव
लखनऊ विश्वविद्यालय में भी कोरोना फैल चुका है. विश्वविद्यालय के लाल बहादुर शास्त्री हाल में कार्यरत कर्मचारी राज बहादुर राजू का कोरोना के कारण शुक्रवार रात में निधन हो गया था. इसके अलावा परीक्षा विभाग के योगेश श्रीवास्तव की भी शुक्रवार रात में कोरोना से मौत हो गई थी. वहीं प्रो. आरके शुक्ला और प्रो आंचल की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई. उनके अलावा प्रो.ओ एन उपाध्याय की कोविड रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है.

सचिवालय कर्मचारियों को लगेगी वैक्सीन
सचिवालय में काम करने वाले कर्मचारियों को 12 अप्रैल से कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके लिए बापू भवन की एलोपैथिक डिस्पेंसरी में कोविड वैक्सीनेशन किया जाएगा. यहां 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके लिए आधार कार्ड अनिवार्य है. सचिवालय संघ के अध्यक्ष यादवेंद्र मिश्र और सचिव ओंकार नाथ तिवारी ने सभी कर्मचारियों से वैक्सीन लगवाने की अपील की है.

कोरोना के कारण अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय बंद
अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय में भी लोग कोरोना की चपेट में आ गए हैं. यहां ज्वाइंट डायरेक्टर एसएन पांडेय समेत 3 अधिकारी संक्रमित पाए गए इसके अलावा विभाग के 6 कर्मचारी भी कोरोना की चपेट में आए थे. ऐसे में इंदिरा भवन स्थित अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय बन्द कर दिया गया है. 12 और 13 अप्रैल को इंदिरा भवन के दफ्तर सैनिटाइज किए जाएंगे. वहीं अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय की निदेशक सी.इंदुमति ने आदेश जारी कर कहा है कि अब कर्मचारी घर से काम करें.

कोरोना मरीजों के लिए बनाया गया एल-3 चिकित्सालय
कोविड मरीजों के इलाज के लिए बाराबंकी स्थित मेयो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस को एल-3 चिकित्सालय में बदल दिया गया है. कोविड-19 के संक्रमण से प्रभावित मरीजों को बेहतर उपचार सुविधा प्रदान करने के लिए शासन द्वारा निजी क्षेत्र के मेयो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, गदिया, बाराबंकी को डेडिकेटेड कोविड-19 एल -2 से एल-3 चिकित्सालय के रूप में अधिसूचित कर दिया गया है.

इसे भी करें- मास्क न पहनने पर 1650 लोगों के कटे चालान


कोविड मरीजों के लिए उत्तर रेलवे चिकित्सालय को बनाया गया कोविड चिकित्सालय
प्रयागराज स्थित उत्तर मध्य रेलवे चिकित्सालय को कोविड चिकित्सालय बनाया गया है. प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थय विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने जानकारी दी है कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रयागराज के अनुरोध पर जन सामान्य को चिकित्सा सुविधा सुगमता से उपलब्ध कराये जाने के लिए शासन द्वारा उत्तर रेलवे चिकित्सालय लखनऊ, ईएसआईसी चिकित्सालय लखनऊ और केंद्रीय चिकित्सालय उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज को कोविड चिकित्सालय अधिसूचित कर दिया गया है. उत्तर रेलवे चिकित्सालय लखनऊ, एल-2 श्रेणी का 250 शैय्यायुक्त है, ईएसआईसी चिकित्सालय लखनऊ एल-1 श्रेणी का 100 शैय्यायुक्त है और केंद्रीय चिकित्सालय उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज एल-2 श्रेणी का 100 शैय्यायुक्त कोविड चिकित्सालय है.

लखनऊ: प्रदेश में कोरोना की स्थिति बेहद भयावह हो रही है. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीएम योगी ने मंत्रियों को अस्पतालों के निरीक्षण के निर्देश दिए थे. इसी क्रम में स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बलरामपुर अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने मातहतों को दिशा-निर्देश भी दिए. वहीं प्रदेश में कोरोना का कहर लगातार जारी है, पिछले 24 घंटों में सर्वाधिक 12,787 मरीज संक्रमित मिले हैं. जबकि इलाज के दौरान 48 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई. राजधानी लखनऊ में भी कोरोना वायरस का प्रकोप चरम पर है. यहां इलाज को लेकर अस्पतालों में मारामारी है. राजधानी के डफरिन अस्पताल की सीएमएस डॉ सुधा वर्मा शनिवार को कोविड-19 पॉजिटिव हुई जिसके बाद अभी अन्य स्टाफों की रिपोर्ट आना बाकी है. एलयू से लेकर केजीएमयू तक का स्टॉफ कोरोना से संक्रमित हो गया है. इसके अलावा कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रदेश के कुछ अस्पतालों को कोविड अस्पतालों में बदल दिया गया है.

एलयू के प्रोफेसर कोविड पॉजिटिव
लखनऊ विश्वविद्यालय में भी कोरोना फैल चुका है. विश्वविद्यालय के लाल बहादुर शास्त्री हाल में कार्यरत कर्मचारी राज बहादुर राजू का कोरोना के कारण शुक्रवार रात में निधन हो गया था. इसके अलावा परीक्षा विभाग के योगेश श्रीवास्तव की भी शुक्रवार रात में कोरोना से मौत हो गई थी. वहीं प्रो. आरके शुक्ला और प्रो आंचल की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई. उनके अलावा प्रो.ओ एन उपाध्याय की कोविड रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है.

सचिवालय कर्मचारियों को लगेगी वैक्सीन
सचिवालय में काम करने वाले कर्मचारियों को 12 अप्रैल से कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके लिए बापू भवन की एलोपैथिक डिस्पेंसरी में कोविड वैक्सीनेशन किया जाएगा. यहां 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके लिए आधार कार्ड अनिवार्य है. सचिवालय संघ के अध्यक्ष यादवेंद्र मिश्र और सचिव ओंकार नाथ तिवारी ने सभी कर्मचारियों से वैक्सीन लगवाने की अपील की है.

कोरोना के कारण अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय बंद
अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय में भी लोग कोरोना की चपेट में आ गए हैं. यहां ज्वाइंट डायरेक्टर एसएन पांडेय समेत 3 अधिकारी संक्रमित पाए गए इसके अलावा विभाग के 6 कर्मचारी भी कोरोना की चपेट में आए थे. ऐसे में इंदिरा भवन स्थित अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय बन्द कर दिया गया है. 12 और 13 अप्रैल को इंदिरा भवन के दफ्तर सैनिटाइज किए जाएंगे. वहीं अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय की निदेशक सी.इंदुमति ने आदेश जारी कर कहा है कि अब कर्मचारी घर से काम करें.

कोरोना मरीजों के लिए बनाया गया एल-3 चिकित्सालय
कोविड मरीजों के इलाज के लिए बाराबंकी स्थित मेयो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस को एल-3 चिकित्सालय में बदल दिया गया है. कोविड-19 के संक्रमण से प्रभावित मरीजों को बेहतर उपचार सुविधा प्रदान करने के लिए शासन द्वारा निजी क्षेत्र के मेयो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, गदिया, बाराबंकी को डेडिकेटेड कोविड-19 एल -2 से एल-3 चिकित्सालय के रूप में अधिसूचित कर दिया गया है.

इसे भी करें- मास्क न पहनने पर 1650 लोगों के कटे चालान


कोविड मरीजों के लिए उत्तर रेलवे चिकित्सालय को बनाया गया कोविड चिकित्सालय
प्रयागराज स्थित उत्तर मध्य रेलवे चिकित्सालय को कोविड चिकित्सालय बनाया गया है. प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थय विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने जानकारी दी है कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रयागराज के अनुरोध पर जन सामान्य को चिकित्सा सुविधा सुगमता से उपलब्ध कराये जाने के लिए शासन द्वारा उत्तर रेलवे चिकित्सालय लखनऊ, ईएसआईसी चिकित्सालय लखनऊ और केंद्रीय चिकित्सालय उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज को कोविड चिकित्सालय अधिसूचित कर दिया गया है. उत्तर रेलवे चिकित्सालय लखनऊ, एल-2 श्रेणी का 250 शैय्यायुक्त है, ईएसआईसी चिकित्सालय लखनऊ एल-1 श्रेणी का 100 शैय्यायुक्त है और केंद्रीय चिकित्सालय उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज एल-2 श्रेणी का 100 शैय्यायुक्त कोविड चिकित्सालय है.

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