लखनऊः राजधानी में केजीएमयू चिकित्सकों द्वारा कार्निया ट्रांसप्लांट कर करीब 500 लोगों के जीवन में रोशनी वापस ला दी है. कार्निया ट्रांसप्लांट होने के बाद मरीज जीवन में पहली बार दिवाली की रोशनी देख पाएंगे. लोगों द्वारा किए नेत्रदान से केजीएमयू के चिकित्सकों ने दृष्टिबाधितों के जीवन में रोशनी लौटाई है.
केजीएमयू में स्थापित आई बैंक में चिकित्सकों द्वारा कार्निया प्रत्यारोपण करके 494 लोगों के जीवन में रोशनी वापस लाई है. इन 494 लोगों में 150 राजधानी लखनऊ के हैं, जो अपने जीवन में पहली बार दिवाली को अपनी आंखों से देख पाएंगे. बता दें कि केजीएमयू में ही एक निजी संस्था द्वारा नेत्रदान कराया जाता है. नेत्रदान पूरी प्रक्रिया केजीएमयू की देखरेख की जाती है. इसके बाद चिकित्सकों द्वारा आंखों में से कार्निया निकाली जाती है. यही कार्निया जरूरतमंद के आंख में ट्रांसप्लांट करके रोशनी लाई जाती है.
वर्ष 2016 में एक स्वयंसेवी संगठन के सहायता से केजीएमयू में आई बैंक की स्थापना की गई थी. इसके बाद से केजीएमयू के आई बैंक में लगातार जरूरतमंद दृष्टिबाधितों का कार्निया प्रत्यार्पण किया जा रहा है. पिछले चार सालों में केजीएमयू में बहुत से लोगों का कार्निया ट्रांसप्लांट करके उनकी जिंदगी में रोशनी लाई गई है.