लखनऊः बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (Babasaheb Bhimrao Ambedkar University) आज-कल सुर्खियों का विषय बना हुआ है. पिछले कई दिनों से विश्वविद्यालय परिसर में विवादित पोस्टर का मुद्दा तूल पकड़ रहा है. बावजूद, विश्वविद्यालय प्रशासन इस स्थिति को संभालने और कोई हल निकालने में असफल साबित हो रहा है. जबकि उनका दावा है कि उनकी तरफ से एक जांच समिति बनाई गई है. जो, इस पूरे मामले की जांच करके अपनी रिपोर्ट देगी.
बीबीएयू में बीते मंगलवार को शिवरात्री के दिन परिसर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के साथ संघ के पदाधिकारी भी मौजूद थे. कार्यक्रम सुबह करीब नौ बजे के आसपास विश्वविद्यालय परिसर में गेस्ट हाउस के पास बने शिवमंदिर में हुआ था, इसमें, कई शिक्षक भी शामिल थे. मंगलवार देर रात को ही विश्वविद्यालय परिसर में अम्बेडकर यूनिवर्सिटी दलित स्टूडेंट्स यूनियन की तरफ से कुछ पोस्टर लगवाए गए.
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वहीं, अगले दिन बुधवार को एबीवीपी (ABVP) की ओर से उन पोस्टर को लेकर आपत्ति दर्ज जताई गई. साथ ही कुलपति प्रो. संजय सिंह के कार्यालय में विरोध प्रदर्शन किया गया. जबकि इस मामले में कुलपति की ओर से कार्यवाहक प्रॉक्टर प्रो. संजय कुमार और सिक्योरिटी इंचार्ज प्रो. गजानन पाण्डेय बातचीत करने पहुंचे और थोड़ी देर बाद कुछ जगहों पर लगाए गए पोस्टर हटवा दिए गए.
पोस्टर हटाने पर दलित स्टूडेंट्स यूनियन के छात्रों ने इसका विरोध शुरू कर दिया. इस दौरान कार्यवाहक प्रॉक्टर प्रो. संजय कुमार और सिक्योरिटी इंचार्ज प्रो. गजानन पाण्डेय का एक वीडियो वायरल हुआ. इसमें, वह दलित छात्रों को मनाते हुए नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि प्रशासन ने कोई पोस्टर नहीं हटवाए. यह वीडियो वायरल होने के बाद मामला और बिगड़ गया है. इसके बाद, दलित स्टूडेंट्स यूनियन की तरफ से कई और जगहों पर नए पोस्टर लगवा दिए गए हैं और फिर स्थितियां और भी ज्यादा बिगड़ गई.
वहीं, विश्वविद्यालय की प्रवक्ता डॉ. रचना गंगवार का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन इस मुद्दे को लेकर काफी सख्त है. उनकी तरफ से एक जांच समिति की गठन किया गया है. उसकी रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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