लखनऊ: शहर में कराये जा रहे निर्माण कार्यों का भुगतान पूरा ना होने के चलते परेशान ठेकेदारों ने नगर निगम को अल्टीमेटम दे दिया है. यानि राजधानी में नाली, सड़क, खडंजा के निर्माण जैसे काम बंद हो सकते हैं. कान्ट्रैक्टर्स वेल्फेयर एसोसिशन ने साफ किया है कि अगर नगर निगम उनके बकाया राशि का भुगतान नहीं करता है तो वह निर्माण काम बंद कर देंगे. एसोसिएशन ने साफ किया है कि 20 अक्टूबर अगर बकाया भुगतान नहीं होता तो 22 अक्टूबर से काम बंद करके प्रदर्शन को मजबूर होंगे.
शहर में नाली, सड़क, खडंजा से लेकर दूसरे काम नगर निगम पंजीकृत ठेकेदारों के माध्यम से कराता है, लेकिन इनका भुगतान के मामले में लापरवाही की जा रही है. जानकारों की मानें तो, पिछले कुछ वर्षों में 4 से 5 करोड़ रुपये की सिर्फ जीएसटी की देनदारी है. कान्ट्रैक्टर्स वेल्फेयर एसोसिशन के अध्यक्ष धनंजय सिंह और महामंत्री बीके सिंह ने बताया कि पिछले कई वर्षों से नगर निगम में सिविल के ठेकेदारों के भुगतान की समस्या बनी हुई है. वर्तमान समय में भी नगर आयुक्त को इसके संबंध में जानकारी दी गई लेकिन, उनके स्तर पर भी कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया है.
लखनऊ में ठेकेदारों ने नगर निगम को दिया अल्टीमेटम, शहर में लगाया पोस्टर
लखनऊ जिले के कई जगहों पर कराए जा रहे निर्माण कार्यों के पैसों का भुगतान ना होने से ठेकेदार परेशान हैं. ठेकेदारों ने नगर निगम को जल्द भुगतान के लिए अल्टीमेटम दिया है और कहा है कि 20 अक्टूबर तक यदि भुगतान नहीं होता तो 22 तारीख से काम बंद कर ठेकेदार धरने को मजबूर होंगे.
लखनऊ: शहर में कराये जा रहे निर्माण कार्यों का भुगतान पूरा ना होने के चलते परेशान ठेकेदारों ने नगर निगम को अल्टीमेटम दे दिया है. यानि राजधानी में नाली, सड़क, खडंजा के निर्माण जैसे काम बंद हो सकते हैं. कान्ट्रैक्टर्स वेल्फेयर एसोसिशन ने साफ किया है कि अगर नगर निगम उनके बकाया राशि का भुगतान नहीं करता है तो वह निर्माण काम बंद कर देंगे. एसोसिएशन ने साफ किया है कि 20 अक्टूबर अगर बकाया भुगतान नहीं होता तो 22 अक्टूबर से काम बंद करके प्रदर्शन को मजबूर होंगे.
शहर में नाली, सड़क, खडंजा से लेकर दूसरे काम नगर निगम पंजीकृत ठेकेदारों के माध्यम से कराता है, लेकिन इनका भुगतान के मामले में लापरवाही की जा रही है. जानकारों की मानें तो, पिछले कुछ वर्षों में 4 से 5 करोड़ रुपये की सिर्फ जीएसटी की देनदारी है. कान्ट्रैक्टर्स वेल्फेयर एसोसिशन के अध्यक्ष धनंजय सिंह और महामंत्री बीके सिंह ने बताया कि पिछले कई वर्षों से नगर निगम में सिविल के ठेकेदारों के भुगतान की समस्या बनी हुई है. वर्तमान समय में भी नगर आयुक्त को इसके संबंध में जानकारी दी गई लेकिन, उनके स्तर पर भी कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया है.