लखनऊ : केंद्रीय रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह (Union Defense Minister and Lucknow MP Rajnath Singh) ने मंगलवार को विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेते हुए यहां कहा कि लखनऊ का विकास करने का भी हर संभव प्रयास कर रहे हैं. यहां की सबसे बड़ी समस्या जाम है. इससे निपटने के लिए लखनऊ में 17 पुलों का प्रस्ताव किया गया है. इनमें से सात का निर्माण पूरा हो चुका है. आगे भी इसी तरह के विकास कार्य किए जाते रहेंगे.
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Union Defense Minister) ने ऐशबाग सुदर्शन पुरी धानुक बस्ती में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचकर महर्षि सुपच सुदर्शन की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस दौरान उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा और महानगर अध्यक्ष एमएलसी मुकेश शर्मा ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए. राजनाथ सिंह ने यहां लोगों से पूछा कि लालकुआं ओवरब्रिज के निर्माण से पहले कितना समय लगता था और अब कितना समय लगता है. इस पर क्षेत्रीय लोगों ने जवाब दिया कि पहले एक घंटा लगता था और अब 12/15 मिनट.
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि ओवरब्रिज के निर्माण के साथ ही लोगों का समय भी बच रहा है और ईंधन में खर्च भी. इसीलिए लखनऊ में विभिन्न क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार निरंतर और ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है. जिसमें सात बनकर पूरे हो चुके हैं और कई प्रस्तावित हैं. जिन पर कार्य चल रहा है. ओवर ब्रिज के साथ ही 104 किलोमीटर लंबी रिंग रोड का कार्य पूरा होने के उपरांत यात्री हिंदुस्तान के किसी भी कोने से आएगा तो सीधे अपने क्षेत्र में प्रवेश करेंगे. उसको शहर के जाम में नहीं फंसना पड़ेगा. इसके अतिरिक्त 13 सौ करोड़ रुपए अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए स्वीकृत हुआ है और उसके बनने से दुनिया भर के लोग जब यहां आएंगे और रुकेंगे तो रोजगार में वृद्धि होगी और सभी की आय भी बढ़ेगी. लखनऊ की अन्य विकास योजनाओं की चर्चा के साथ ही केंद्र व प्रदेश सरकार की उपलब्धियों के विषय में भी प्रकाश डाला और उपस्थित लोगों से क्षेत्र की अन्य आवश्यकताओं के बारे में पूछा.
राजाजीपुरम क्षत्रिय लाॅन (Rajajipuram Kshatriya Lawn) में आयोजित क्षत्रिय समाज और क्षेत्रीय जन कल्याण समितियों के सदस्यों को संबोधित किया. यहां कहा कि पहली बार सांसद चुने जाने के पश्चात मुझे सबसे बड़ी समस्या मुझे ट्रैफिक की समझ में आई थी. उससे निजात दिलाने के लिए मुझे जो भी सुझाव प्राप्त होते रहे उसके आधार पर निर्माण किया गया. रिंग रोड का भी 75 फ़ीसदी कार्य पूरा हो चुका है. ब्रह्मोस मिसाइल भी हिंदुस्तान में यदि कहीं बनेगी तो दिल्ली के अलावा लखनऊ में उसका निर्माण होगा और जिसका स्थापना इकाई का कार्य तीव्र गति से चल रहा है. आगामी तीन चार साल में ब्रह्मोस निर्माण भी आरंभ होगा.
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संवाद के दौरान क्षेत्रीय नागरिकों ने क्षेत्र की आवश्यकता के अनुसार बताया कि हिंदुस्तान पेट्रोलियम को लीज पर जगह दी गई थी. जिसकी लीज पूरा होने के उपरांत एलडीए को वापस मिल गई थी. जिस पर कन्वेंशन सेंटर का निर्माण कार्य कराया जाना चाहिए. हैदर कैनाल के ऊपर पुल बनवाने की मांग, क्षेत्र में ऑडिटोरियम और राजाजीपुरम से नींबू पार्क ओवर ब्रिज में साइड कनेक्टेड ब्रिज की भी क्षेत्रवासियों द्वारा की गई. मीडिया प्रभारी प्रवीण गर्ग ने बताया कि कार्यक्रमों के दौरान उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, महानगर अध्यक्ष एमएलसी मुकेश शर्मा, महापौर संयुक्ता भाटिया,महानगर महामंत्री त्रिलोक सिंह अधिकारी, पुष्कर शुक्ला ,विधायक प्रत्याशी अंजनी श्रीवास्तव, रजनीश गुप्ता मुख्य रूप से उपस्थित रहे.