लखनऊ: लखनऊ मेट्रो में नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजी करने वाला सिपाही शुक्रवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. पकड़ा गया आरोपी सिपाही विजयपाल सीआरपीएफ के झारखंड बटालियन में तैनात होना बताया गया है. यह आरोपी अपने साथियों के साथ मिलकर बेरोजगार लोगों को अपना निशाना बना रहा था. जिसकी शिकायत नाका कोतवाली में दर्ज कराई गई थी. इस मामले पर जांच कर रहे पुलिस ने चंदौली जाकर आरोपी से पूछताछ करने के साथ ही उसको गिरफ्तार किया है.
दो खातों में डलवाए पैसे
मिली जानकारी मुताबिक जितेंद्र कुमार कौशल सुरक्षा अधिकारी उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल द्वारा नाका कोतवाली में अनंत पांडे व उसके कुछ अन्य साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. जिसमें आरोप था कि फर्जी मेल आईडी lmrchr@gmail.com के जरिये बेरोजगार लोगों से ऑनलाइन एसबीआई खाता संख्या 20350262333 और एचडीएफसी खाता संख्या 50100052857767 में पैसे डलवाए. यह खाता अनंत पांडे के नाम से है. इस खाता में बेरोजगार लोगों से रुपया जमा कराकर उन लोगों को चारबाग में एक गेस्ट हाउस बुलाकर उनसे नियुक्ति के फर्जी फॉर्म भरवाए गए हैं. इस तहरीर के आधार पर नाका पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी थी.
30 से 40 लोगों को बनाया निशाना
इंस्पेक्टर नाका मनोज मिश्रा की मानें तो पकड़ा गया आरोपी विजय पाल पुत्र राम राज जिला चंदौली निवासी है. यह आरोपी मौजूदा समय में सीआरपीएफ झारखंड बटालियन में सिपाही के पद पर कार्यरत है. छुट्टियों में अपने साथियों के साथ लखनऊ आकर बेरोजगार युवकों को अपनी ठगी का शिकार बनाया था. जितेंद्र कुमार कौशल सुरक्षा अधिकारी उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल द्वारा अनंत पांडेय समेत अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. इस आरोपी ने अब तक लगभग 30 से 40 लोगों को अपना निशाना बनाया है. आरोपी के पास से 13 कूटरचित दस्तावेज, एक परिचय पत्र व एक मोबाइल फोन बरामद किया. उन्होंने कहा इस मामले पर अभी जांच चल रही है साथ अन्य फरार साथियों को गिरफ्तार किया जाएगा.