लखनऊ : महात्मा गांधी के बलिदान दिवस के मौके पर शनिवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर उन्हें नमन किया गया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी के नेतृत्व में पार्टी के अन्य नेताओं ने दो मिनट का मौन रखा और गांधी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. इस मौके पर संगोष्ठी भी आयोजित की गई. गोष्ठी की अध्यक्षता पूर्व विधायक श्यामकिशोर शुक्ल ने की और संचालन प्रदेश प्रवक्ता बृजेन्द्र कुमार सिंह ने किया.
गांधी के मूल्यों एवं आदर्शों की दुनिया में हो रही पूजा
कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मूल्यों और आदर्शों की आज पूरी दुनिया में पूजा हो रही है. लेकिन बड़े दुःख की बात है कि मौजूदा सरकार के समर्थन में कुछ ऐसे तत्व हैं, जो राष्ट्रपिता की हत्या करने वाली विचारधारा का संरक्षण करते हैं. जबकि महात्मा गांधी ने पूरी दुनिया और मानवता को बड़ी से बड़ी लड़ाई जीतने के लिए तीन बड़े अस्त्र उपलब्ध कराए हैं- सत्य के प्रति आग्रह करना (सत्याग्रह), सविनय पूर्वक अवज्ञा (सविनय अवज्ञा), करो या मरो.
दीपक सिंह ने कहा कि आज सबसे ज्यादा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के विचार प्रासंगिक हैं क्योंकि आज भारत की आधी आबादी सरकार के खिलाफ सविनय अवज्ञा के तहत राजधानी के बार्डर पर सड़कों पर बैठी है. वे हमारे अन्नदाता किसान हैं. ऐसे में जब पूरी मानवता और पूरी दुनिया गांधी के मूल्यों और आदर्शों को स्वीकार करते हुए संरक्षण करती है तो मैं अपनी सरकार से विनती करता हूं कि वह भी हमारे अन्नदाता किसानों की सुनें और उनके खिलाफ बनाए गए तीन कृषि कानूनों को वापस ले.
गांधी जी के आदर्शों पर आज भी चल रही कांग्रेस
संगोष्ठी में विचार विभाग के चेयरमैन सम्पूर्णानन्द मिश्र ने कहा कि मौजूदा माहौल को देखकर यह अंदाजा लगाना बहुत सहज हो जाता है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कितने कठिन और मुश्किल हालात में हमें आजादी दिलाई. पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ला ने कहा कि हमारी कांग्रेस पार्टी का गौरव है कि 135 वर्ष के इतिहास में तथा आजादी के इन 73 वर्षों में तमाम अच्छे-बुरे दौर पार्टी के सामने आए, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने कभी भी गांधीवादी मूल्यों, आदर्शों से कोई समझौता नहीं किया. संगोष्ठी में संजय शर्मा, शहर अध्यक्ष मुकेश सिंह चैहान, जिलाध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी, प्रवक्ता उबैद उल्ला नासिर, बृजेन्द्र कुमार सिंह ने अपने विचार व्यक्त किए.