लखनऊ : रायबरेली में कांग्रेस की सदर विधायक अदिति सिंह पर हुए हमले के बाद पूरे प्रदेश में सियासत गरमा गई है. रायबरेली की आंच अब लखनऊ स्थित कांग्रेस पार्टी के मुख्यालय तक पहुंच गई है. कल कांग्रेस के बड़े नेता कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेस कान्फ्रेंस कर रायबरेली से बीजेपी प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह के साथ ही उनके भाई जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश प्रताप सिंह के काले कारनामों का चिट्ठा खोलेंगे. कांग्रेस लगातार बीजेपी पर रायबरेली की घटना को लेकर हमलावर है.
- यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी का गढ़ रायबरेली इस समय कुरुक्षेत्र बन गया है.
- कांग्रेस प्रत्याशी सोनिया गांधी और भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह की रायबरेली सीट पर टक्कर से दोनों पक्षों में तनातनी जारी रही.
- चुनाव सम्पन्न होने के बाद अब एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह के भाई और जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश प्रताप सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर रायबरेली जिला तप रहा है.
- कांग्रेस ने आज रायबरेली में महिला विधायक अदिति सिंह और उनके पिता अखिलेश सिंह पर हुए हमले के लिए सीधे तौर पर भाजपा के प्रत्याशी और एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह और उनके भाई अवधेश प्रताप सिंह को जिम्मेदार ठहराया है.
हमले के बाद अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया स्थगित
- दरअसल आज अवधेश प्रताप सिंह के खिलाफ सदर विधायक अदिति सिंह के साथ 31 जिला पंचायत सदस्य अविश्वास प्रस्ताव पर मुहर लगाने वाले थे.
- लेकिन इससे पहले ही इन पर हमला हो गया. लिहाजा अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया स्थगित कर दी गई.
- हमले की घटना रायबरेली से लखनऊ स्थित कांग्रेस मुख्यालय तक पहुंच गई. हाईकमान को भी रायबरेली की इस घटना की पल-पल की जानकारी दी जा रही है.
- कल कांग्रेस मुख्यालय पर कांग्रेस के बड़े नेता राज्यसभा सांसद डॉ. संजय सिंह, राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया, एमएलसी दीपक सिंह और विधायक अदिति सिंह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिनेश प्रताप और अवधेश प्रताप के कारनामों को उजागर करेंगे.
- साथ ही सरकार से यह मांग करेंगे कि भाजपा प्रत्याशी पर जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई हो.