लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अनुसूचित जाति मोर्चे की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुधवार को राजधानी लखनऊ में हुई. इस बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत पार्टी के कई बड़े नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे. बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने यूपी में बढ़ते दलित उत्पीड़न के मामलों और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर योगी सरकार पर जमकर हमला बोला. साथ ही उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रान्तीय अध्यक्ष आलोक प्रसाद की गिरफ्तारी को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा.
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि आरक्षण को छीना जा रहा है, संविधान को तार-तार किया जा रहा है. यूपी की जनता विचार कर रही है कि वह कैसे सुरक्षित रहे और किसको अपना प्रतिनिधित्व सौंपे. साथ ही उन्होंने कहा कि, अभी हम सबके लिए आत्मचिंतन का विषय है. हमें स्वयं को झकझोरना होगा और एक बड़ी लकीर खींचनी पड़ेगी. इसके लिए हमें अपना संख्या बल बढ़ाना होगा तभी हम एकजुट होकर तानाशाह सरकार को मुंहजोड़ जवाब दे सकेंगे.
आलोक प्रसाद की रिहाई के लिए कांग्रेस करेगी प्रदर्शनइस मौके पर अखिल भारतीय कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश प्रभारी प्रदीप नरवाल ने कहा कि हमें अपनी मंजिल और उद्देश्य तक पहुंचने के लिए मन में अटूट विश्वास पैदा करना होगा और इच्छाशक्ति को मजबूत करना होगा, तभी हम ऐसी विषम परिस्थितियों और आज के हालात को बदल सकते हैं. अपने लोगों को बचाने के लिए यातना भी सहनी होगी और संघर्ष भी करना होगा.
उन्होंने बताया कि, पार्टी के अनुसूचित जाति विभाग के प्रांतीय चेयरमैन आलोक प्रसाद की रिहाई के लिए अनुसूचित जाति विभाग 19 नवम्बर से 6 दिसम्बर तक जिलों में हस्ताक्षर अभियान चलाएगा. जिलेवार 10 हजार हस्ताक्षर का लक्ष्य रखा गया है. दिनांक 22 नवम्बर को मण्डलवार प्रदर्शन किया जाएगा और 24 नवम्बर को हर जिले में प्रेसवार्ता की जाएगी, जिसमें प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे. 26 नवम्बर को जिला मुख्यालयों पर आलोक प्रसाद और डॉ.अनूप पटेल की रिहाई के लिए प्रदर्शन किया जाएगा. 27 नवम्बर को सोशल मीडिया के माध्यम से रिहाई के लिए वीडियो संदेश भेजा जाएगा. चार दिसम्बर को प्रदेशस्तरीय आंदोलन किया जाएगा.
बैठक में ये नेता रहे मौजूद
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर सम्पन्न हुई इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के अलावा पार्टी के अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश प्रभारी प्रदीप नरवाल, पूर्व विधायक राम सजीवन निर्मल और तनुज पुनिया समेत कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे.