लखनऊः उत्तर प्रदेश में तीन दशक से ज्यादा समय से सत्ता से दूर कांग्रेस पार्टी (Congress Party) के कार्यकर्ता भी तितर-बितर हो गए हैं. देश की सबसे पुरानी पार्टी के पास विश्वसनीय कार्यकर्ता भी नहीं बचे हैं. ऐसे में 16 जुलाई को लखनऊ तीन दिवसीय दौरे पर आ रहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी (Congress National General Secretary Priyanka Gandhi) के सामने खुद को साबित करने के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू पदाधिकारियों से भीड़ जुटाने का आग्रह कर रहे हैं. जिससे प्रियंका गांधी को लगे कि यूपी में कांग्रेस पार्टी आगे बढ़ रही है. प्रदेश अध्यक्ष ने आगामी विधानसभा टिकट के दावेदारों से अपने साथ पार्टी मुख्यालय पर भीड़ जुटाने को कहा है. ऐसे में जिला अध्यक्ष के साथ ही फ्रंटल संगठनों के मुखिया अपने साथ प्रदेश मुख्यालय पर भीड़ लेकर पहुंचेंगे.
प्रदेश अध्यक्ष ने प्रियंका गांधी के स्वागत की रणनीति बनाई
बता दें कि प्रियंका गांधी के आने से पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने प्रदेशभर के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उनके स्वागत की रणनीति बनाई है. प्रदेश की अध्यक्ष की मंशा है कि प्रियंका गांधी जब मुख्यालय पहुंचे तो एयरपोर्ट से लेकर कांग्रेस पार्टी कार्यालय तक जगह-जगह कार्यकर्ता उनके स्वागत के लिए रहें. मुख्यालय पर भी कार्यकर्ताओं की भीड़ प्रियंका गांधी को नजर आए. इसके लिए उन्होंने पदाधिकारियों को अपने साथ भीड़ लाने की भी सलाह दी है. पार्टी सूत्रों की मानें तो पदाधिकारियों को यह भी प्रलोभन दिया गया है, जो जितनी भीड़ लाएगा वहीं टिकट के लिए ज्यादा दबाव बना पाएगा. ऐसे में पदाधिकारी अपने साथ भीड़ लेकर गुरुवार रात से ही शुक्रवार सुबह तक लखनऊ पहुंचने लगेंगे. लखनऊ की विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से टिकट की दावेदारी पेश करने वाले पदाधिकारी गुरुवार से ही कार्यालय पर जमावड़ा लगाने में जुट गए हैं.
कदम-कदम पर प्रियंका गांधी के स्वागत की जिम्मेदारी तय
पार्टी नेताओं ने प्रियंका गांधी के स्वागत के लिए बाकायदा पदाधिकारियों को जिम्मेदारी भी सौंपी है. कदम-कदम पर प्रियंका के स्वागत के लिए दो पदाधिकारियों के साथ कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. एयरपोर्ट से आलमबाग, मवैया, चारबाग, हजरतगंज के रास्ते राजभवन और वीवीआईपी गेस्ट हाउस होते हुए प्रियंका गांधी कांग्रेस मुख्यालय पहुंचेंगी. पार्टी सूत्रों की मानें तो प्रियंका गांधी 16 से 18 जुलाई के बीच लगातार पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगी. आखिरी दिन कम से कम 100 विधानसभा टिकट भी फाइनल करेंगी. इसके बाद अगस्त माह तक शेष 300 विधानसभा सीटों पर भी प्रत्याशी तय हो जाएंगे. टिकट के लालच में पदाधिकारी कांग्रेस मुख्यालय के चक्कर काटने में लग गए हैं.
बीजेपी की तरह पैसे देकर भीड़ नहीं जुटाई जाएगीः शाहनवाज
वहीं, उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक के चेयरमैन शाहनवाज आलम का कहना है कि कांग्रेस तीन दशकों से सत्ता से दूर है फिर भी उसके पास समर्पित कार्यकर्ता हैं. अगर यही भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी 10 साल भी सत्ता से दूर हो जाए तो इनके साथ 100 कार्यकर्ता भी खड़े नजर नहीं आएंगे. कार्यकर्ताओं की कांग्रेस में आस्था है, इसलिए प्रियंका गांधी के आने पर स्वतः ही लोग यहां पहुंचेंगे. बीजेपी की तरह पैसे देकर भीड़ नहीं जुटाई जाएगी. शाहनवाज कहते हैं कि लोग कांग्रेस मुख्यालय पर इसलिए आएंगे कि भाजपा सरकार से वे नाराज हैं और कांग्रेस पार्टी को सत्ता में देखना चाहते हैं. सपा और बसपा को जो विपक्ष की भूमिका अदा करनी थी वह उसने नहीं की, इसलिए आएंगे.
कांग्रेस में नहीं कोई बड़ा नेता
वरिष्ठ पत्रकार अशोक मिश्रा का कहना है कि सच यह है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष का प्रभाव आम लोगों पर इतना नहीं है कि भीड़ जुटा पाएं. कांग्रेस में अब ऐसा कोई बड़ा नेता भी नहीं है जो अपने पीछे हजारों की भीड़ जुटा सके. भीड़ को पैसे से अन्य प्रलोभन से जुटाया तो जा सकता है. टिकट का लालच दिया जाएगा तो लोग भीड़ लाने के लिए एड़ी से चोटी तक का जोर लगा देंगे. लेकिन यह भीड़ चुनाव में कांग्रेस को फायदा दिला पाएगी, ऐसा कहना बिल्कुल भी सही नहीं होगा.
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बता दें कि उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra) ने कमर कस ली है. प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) जबसे राष्ट्रीय महासचिव बनी हैं तबसे उनका यह लखनऊ का यह तीसरा दौरा होगा. पिछली बार जब प्रियंका गांधी लखनऊ आई थीं तो वह पूर्व आईपीएस एसआर दारापुरी से मिलने उनके घर स्कूटी से पहुंची थीं. इसके अलावा सीएए और एनआरसी आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाली कांग्रेस नेता सदफ जफर से भी उन्होंने मुलाकात की थी. इतना ही नहीं मुख्यालय से ही प्रियंका गांधी उन्नाव रेप पीड़िता के परिजनों से भी मिलने पहुंची थीं.