ETV Bharat / state

बागी विधायकों को जारी नोटिस ने बढ़ाई कांग्रेस की दुविधा - लखनऊ ताजा समाचार

उत्तर प्रदेश में रायबरेली की कांग्रेस विधायक अदिति सिंह को पार्टी ने नोटिस जारी किया था, जिसका जवाब अभी तक नहीं मिल पाया है. वहीं मामले पर कांग्रेस का कहना है कि जब विधायक का जवाब आएगा, उसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा.

कांग्रेस के विधायक को नोटिस जारी.
author img

By

Published : Oct 14, 2019, 11:18 PM IST

लखनऊ: कांग्रेस के विधानसभा व्हिप का उल्लंघन करने वाली रायबरेली सदर विधायक अदिति सिंह को नोटिस जारी कर कांग्रेस ने खुद को राजनीति के भंवर जाल में उलझा लिया है. विधायक को जारी नोटिस का जवाब अब तक कांग्रेस पार्टी को नहीं मिला है. वहीं कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा भी बागी विधायक के खिलाफ कार्रवाई के बजाय अब तक नोटिस का ही इंतजार कर रही हैं.

जानकारी देते संवाददाता.

कांग्रेस ने विधायक को जारी किया था नोटिस
2 अक्टूबर को सरकार ने विधानसभा और विधान परिषद का विशेष सत्र बुलाया था. इसी दिन कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी लखनऊ पहुंची और शहीद स्मारक से हजरतगंज स्थित गांधी की प्रतिमा तक संदेश यात्रा निकाली. इस दौरान कांग्रेस ने विशेष सत्र के आयोजन का बहिष्कार किया और व्हिप जारी कर अपने विधायकों को सदन में जाने से मना कर दिया था. इसके बावजूद रायबरेली सदर सीट से विधायक अदिति सिंह न केवल सदन में मौजूद रहीं, बल्कि योगी सरकार की तारीफ में कसीदे पढ़ते भी नजर आई थीं.

विधायक की इस हरकत से नाराज कांग्रेस पार्टी ने उन्हें 4 अक्टूबर को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा. तब कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता रहे अजय कुमार लल्लू की ओर से जारी नोटिस में विधायक को 2 दिन के अंदर जवाब देने के लिए कहा गया था. इस पत्र में यह जिक्र भी किया गया था कि अगर उन्होंने जवाब नहीं दिया तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. इसके बावजूद विधायक का जवाब अब तक कांग्रेस विधानमंडल दल को प्राप्त नहीं हुआ है.

लखनऊ: कांग्रेस के विधानसभा व्हिप का उल्लंघन करने वाली रायबरेली सदर विधायक अदिति सिंह को नोटिस जारी कर कांग्रेस ने खुद को राजनीति के भंवर जाल में उलझा लिया है. विधायक को जारी नोटिस का जवाब अब तक कांग्रेस पार्टी को नहीं मिला है. वहीं कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा भी बागी विधायक के खिलाफ कार्रवाई के बजाय अब तक नोटिस का ही इंतजार कर रही हैं.

जानकारी देते संवाददाता.

कांग्रेस ने विधायक को जारी किया था नोटिस
2 अक्टूबर को सरकार ने विधानसभा और विधान परिषद का विशेष सत्र बुलाया था. इसी दिन कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी लखनऊ पहुंची और शहीद स्मारक से हजरतगंज स्थित गांधी की प्रतिमा तक संदेश यात्रा निकाली. इस दौरान कांग्रेस ने विशेष सत्र के आयोजन का बहिष्कार किया और व्हिप जारी कर अपने विधायकों को सदन में जाने से मना कर दिया था. इसके बावजूद रायबरेली सदर सीट से विधायक अदिति सिंह न केवल सदन में मौजूद रहीं, बल्कि योगी सरकार की तारीफ में कसीदे पढ़ते भी नजर आई थीं.

विधायक की इस हरकत से नाराज कांग्रेस पार्टी ने उन्हें 4 अक्टूबर को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा. तब कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता रहे अजय कुमार लल्लू की ओर से जारी नोटिस में विधायक को 2 दिन के अंदर जवाब देने के लिए कहा गया था. इस पत्र में यह जिक्र भी किया गया था कि अगर उन्होंने जवाब नहीं दिया तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. इसके बावजूद विधायक का जवाब अब तक कांग्रेस विधानमंडल दल को प्राप्त नहीं हुआ है.

Intro:लखनऊ. कांग्रेस के विधानसभा हिवप का उल्लंघन करने वाली रायबरेली सदर विधायक अदिति सिंह को नोटिस जारी कर कांग्रेस ने खुद को राजनीति के भंवर जाल में उलझा लिया है नोटिस का जवाब अब तक कांग्रेश को नहीं मिला है और कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता आराधना मिश्रा भी बागी विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय अब तक नोटिस का इंतजार कर रही हैं।


Body:कहते हैं राजनीति में कई बार अनुशासन की सख्ती उल्टी गले पड़ जाती है। ऐसा ही कांग्रेसमें रायबरेली सदर के विधायक आदित्य सिंह के मामले में होता दिखाई दे रहा है। कांग्रेश संगठन को चुस्त-दुरुस्त रखने की लिए नेतृत्व ने अनुशासन के जिस चाबुक का इस्तेमाल किया वह अब उसी के लिए नुकसानदेह बनता दिखाई दे रहा है। यही वजह है कि पार्टी अनुशासन की गाड़ी को आगे बढ़ाने के बजाय पटरी से ना उतरने देने की कवायद में जुट गई है। 2 अक्टूबर को सरकार ने विधानसभा और विधान परिषद का विशेष सत्र बुलाया था। इसी दिन कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी लखनऊ पहुंची और शहीद स्मारक से हजरतगंज स्थित गांधी की प्रतिमा तक संदेश यात्रा निकाली। कांग्रेश ने विशेष सत्र के आयोजन का बहिष्कार किया और हिवप जारी कर अपने विधायकों को सदन में जाने से मना कर दिया। के बावजूद रायबरेली सदर सीट से विधायक आदित्य सिंह ना केवल सदन में मौजूद रहे बल्कि योगी सरकार की तारीफ में भाषण भी दिया। इससे नाराज कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें 4 अक्टूबर को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा तब कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता रहे अजय कुमार लल्लू की ओर से जारी नोटिस में उन्हें 2 दिन के अंदर जवाब देने के लिए कहा गया था इस पत्र में यह जिक्र भी किया गया था कि अगर उन्होंने जवाब नहीं दिया तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी इसके बावजूद उनका जवाब अब तक कांग्रेस विधानमंडल दल को प्राप्त नहीं हुआ है।

बाइट आराधना मिश्रा नेता कांग्रेस विधानमंडल दल

आदित्य सिंह की ओर से कोई जवाब नहीं मिलने के बावजूद कांग्रेश विधानमंडल दल के नेता अब यह कह रही हैं कि जब उनका जवाब आएगा उसके बाद ही कोई फैसला किया जाएगा इससे साफ है कि कांग्रेश अब बीच का रास्ता तलाश रही है कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का यह कहना भी है कि अगर आदित्य सिंह के खिलाफ विधानमंडल दल की ओर से कोई कार्यवाही की जाती है तो इसका राजनीतिक फायदा कांग्रेश को कम अदिति सिंह कोई ज्यादा मिलेगा। कांग्रेश अगर उन्हें पार्टी से निष्कासित करती है तो वह विधान सभा में स्वतंत्र विधायक की हैसियत से व्यवहार करने के लिए अधिकृत हो जाएंगी। ऐसे में उन पर कोई कार्यवाही ना करना उन्हें कांग्रेस विधानमंडल दल के साथ बांधे रखने में कारगर रणनीति होगी। चुनाव और मतदान के अवसर पर वह कांग्रेश से अलग होकर अपनी राय व्यक्त नहीं कर सकेंगे। नोटिस जारी होने की वजह से उनके राज्यसभा सदस्यों के मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लेने पर भी रोक लगाई जा सकेगी ऐसे में बेहतर है कि अगर आदित्य सिंह का कोई जवाब नहीं आता है तो उन्हें पार्टी से बाहर करने के बजाय यथा स्थिति बनाए रखी जाए।

पीटीसी अखिलेश तिवारी


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.