लखनऊः राजधानी के शहीद पथ रोड पर कश्मीरी युवकों से बदसलूकी का मामला सामने आया था. आरोप है कि कश्मीरी व्यापारी ड्राई फ्रूट्स बेच रहे थे. इसी दौरान कार से आए कुछ लोगों ने उनसे बदसलूकी और उनके ड्राई फ्रूट्स को छीनकर गोमती नदी में फेंक दिया था. कश्मीरी युवक का आरोप है कि उनके साथ गाली-गलौज भी की गई. इसके बाद आस-पास के लोगों के इक्ट्ठा होते देख वो कार छोड़कर फरार हो गए. इस मामले में शुक्रवार को कांग्रेस नेता दोनों कश्मीरी युवकों से मुलाकात कर कानूनी सहायता का आश्वासन दिया है.
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1090 चौराहे के पास पुल पर ड्राई फ्रूट विक्रेताओं से अभद्रता व उनके सामान फेंके जाने के सन्दर्भ में-@Uppolice pic.twitter.com/3Tivpmltlj
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पीड़ित कश्मीरी व्यापारी फाजिल ने बताया कि वो ड्राई फ्रूट्स बेच रहे थे. इसी दौरान एक अज्ञात कार चालक ने सामान उठाकर गोमती नदी में फेंक दिया. उसके साथ एक महिला भी थी. व्यापारियों का कहना है कि उनका काफी नुकसान हुआ है इसमें सबसे महंगा केशर का डब्बा, जिसे उन लोगों ने नदी में फेंक दिया. व्यापारियों का ये भी आरोप है कि उनसे गाली-गलौज भी की गई. इसके साथ ही मौके पर मौजूद ग्राहक से भी बदसलूकी की गई और उसके हाथ से भी माल छीनकर फेंक दिया गया.
उन्होंने बताया कि घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कार को जब्त कर लिया है. पुलिस ने व्यवसायियों से लिखित शिकायत लेकर मामला दर्ज कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है. उन्होंने नुकसान की भरपाई की भी बात कही है. घटनास्थल पर कांग्रेस पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम भी कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे. उन्होंने कश्मीरी व्यवसायियों से बात की और उन्हें कानूनी सहायता का आश्वासन दिया.
हालांकि इस मामले में पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ की तरफ से जारी बयान बिलकुल उलट है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि जनसंपर्क अनुभाग स्मारक समिति LDA के सुपरवाइजर दीपक सिंह अपने सहयोगी कर्मचारियों के साथ पुल हो रहे साफ-सफाई के काम के चलते वहां मौजूद मेवा विक्रेताओं को पुल से दुकान हटाने को कह रहे थे. मेवा विक्रेताओं ने इसका विरोध किया था. जांच के दौरान मेवा फेंके जाने का कोई भी सबूत नहीं मिला है.
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