लखनऊ: कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता कर कहा कि यूपी के लिए आज काला दिवस है. दरअसल, यूपी कांग्रेस के नेता शुक्रवार को राजभवन ज्ञापन देने गए थे मगर राज्यपाल ने समय नहीं दिया. जिसके बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पता नहीं किसके प्रभाव में हम लोगों से मिलने का कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण एवं यूपी के लिए काला दिवस है.
वैक्सीनेशन की कमी को लेकर कांग्रेस नेता ज्ञापन देने राजभवन पहुंचे थे. राज्यपाल ने इन नेताओं से मुलाकात नहीं की. इस पर कांग्रेस नेतओं का गुस्सा फूट पड़ा. राजभवन से वापस आकर पार्टी मुख्यालय पर मीडिया से मुखातिब अजय कुमार लल्लू ने कहा कि वैक्सीनेशन में यूपी सबसे निचले पायदान पर है. सरकार की व्यवस्था को देख कर कहा जा सकता है कि पूरी आबादी को टीका लगने में आठ साल लग जाएंगे. वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य किया गया है. ग्रामीण अंचल के 80 फीसदी लोग इंटरनेट सेवा नहीं लेते और लेते हैं तो उन्हें समझ नहीं है. ऐसे में 80 फीसदी लोगों को वैक्सीन से दूर रखा गया है. 23 करोड़ की आबादी वाले राज्य में महज कुछ लाख लोगों को वैक्सीनेट किया गया है. सरकार महज 30 लाख लोगों को डबल डोज टीका ही लगा पाई है और सिंगल डोज वालों को जोड़कर आंकड़ेबाजी कर रही है.
दवाओं के अभाव में लोगों की जान गई
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में दवा के अभाव में और ऑक्सीजन के अभाव में जान गवानी पड़ी. यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां जीते जी लोगों को दवा नहीं मिली और मरने के बाद कफन नसीब नहीं हुआ, अंतिम संस्कार नहीं हो पाया. लोग अपनों के शवों को नदी फेकने पर मजबूर हुए. यह सरकार केवल घोषणाएं करती है. अंतिम संस्कार के लिए योगी सरकार ने पांच हजार रुपये देने की घोषणा की लेकिन किसी को भी पांच हजार रुपये नहीं मिले.
सभी जिलों में दिया गया ज्ञापन
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि आज पूरे देश और प्रदेश में कांग्रेस ने जिला मुख्यालयों पर जिलाधिकारी के माध्यम से और राज्य मुख्यालयों पर राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा गया है. उन्होंने कहा कि इन ज्ञापनों का मुख्य उद्देश्य है कि यूपी में सबको वैक्सीन मिले.
50 मिनट तक खड़े रहे राजभवन के बाहर
इस मौके पर कांग्रेस के मीडिया चेयरमैन नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि मैं विधायक रहा हूं. एमएलसी हूं और चार बार मंत्री रहा. पहली बार राजभवन के बाहर अपमानित होना पड़ा है. बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. 50 मिनट तक हम लोग राजभवन के बाहर खड़े रहे. इस मौके पर एमएलसी दीपक सिंह समेत पार्टी के अन्य नेता भी मौजूद रहे.