लखनऊ : कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से वर्ष 2019 में मोदी सरनेम को लेकर की गई टिप्पणी के मामले में गुरुवार को सूरत की अदालत में फैसला सुनाते हुए उन्हें दोषी करार दिया है. राहुल गांधी को धारा 504 के तहत 2 साल की सजा सुनाई गई है. हालांकि कोर्ट ने सजा को 30 दिन के के लिए निलंबित कर दिया. वहीं इसके विरोध में प्रांतीय अध्यक्ष नकुल दुबे, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कोषाध्यक्ष शिव पांडे व अन्य बड़े नेताओं की अगुवाई में नेताओं ने पार्टी मुख्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. राहुल गांधी को सजा सुनाए जाने के खिलाफ कांग्रेसी नेता राजभवन घेरने के लिए जा रहे थे. इस दौरान पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग कर कांग्रेस मुख्यालय के पास ही रोक लिया. जिसके बाद कांग्रेसी वहीं पर धरना देने बैठ गए बाद में पुलिस ने कई नेताओं को गिरफ्तार कर ईको गार्डन ले गए.
केंद्र सरकार पर लगाया उत्पीड़न का आरोप : प्रांतीय अध्यक्ष नकुल दुबे में कहा कि राहुल गांधी लगातार अडाणी मामले व देश के अंदर आंतरिक लोकतंत्र के मामले को उठा रहे हैं. इसको लेकर बीजेपी सरकार लगातार उन पर हमलावर है. सरकार उन्हें संसद में बोलने देने से रोक रही है. अब राहुल गांधी को बाहर भी बोलने नहीं देना चाहती है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को यह मालूम होना चाहिए कि राहुल गांधी किसी से डरने वाले नहीं हैं. कांग्रेस का हर एक कार्यकर्ता उनके साथ खड़ा है. नकुल दुबे ने कहा कि राहुल गांधी पर दबाव बनाने के लिए वह उन्हें चुप कराने के लिए सरकार उन्हें किसी न किसी मामले में सजा दिला कर चुप कराना चाहती है, पर राहुल गांधी भाजपा व नरेंद्र मोदी सरकार के किसी भी दबाव में नहीं आने वाले हैं.
केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी : राहुल गांधी को सजा सुनाए जाने के विरोध में कांग्रेसी नेताओं ने गुरुवार को दोपहर प्रदेश कार्यालय से बिना किसी पूर्व सूचना के राजभवन खेलने वह प्रदर्शन करने के लिए निकले. अचानक से कांग्रेसी नेताओं के उग्र हो जाने से मौके पर भारी संख्या में पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए. कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने अपने हाथों पर काली पट्टी बांध रखी थी. पार्टी कार्यालय से वह विरोध प्रदर्शन करते हुए राजभवन की ओर कूच कर रहे थे. इस दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच में तीखी नोकझोंक. विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार का पुतला दहन कर जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस के नेताओं को पुलिस ने दो बसों में भरकर ईको गार्डन ले गए. गिरफ्तार नेताओं में प्रांतीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री नकुल दुबे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, प्रदेश कोषाध्यक्ष शिव पांडे, लखनऊ पूर्वी विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे मनोज तिवारी सहित तमाम कांग्रेसी नेता शामिल रहे.
भारी वर्षा एवं ओलावृष्टि से हुई बर्बाद फसलों का मुआवजा दे सरकार : उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह ने कहा कि अयोध्या, बाराबंकी, लखनऊ, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, कानपुर, उन्नाव, बहराइच, वाराणसी, शाहजहांपुर, प्रयागराज आदि जनपदों में व्यापक फसलें भारी वर्षा एवं ओलावृष्टि से बर्बाद हो गई हैं. एक तरफ जहां योगी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते किसान उर्वरक पानी, बिजली, कीटनाशक आदि के लिए दर-दर भटकता रहा और किसी तरह अपने खून पसीने से सींच कर फसलों को तैयार किया और कल उसी की आंखों के सामने पूरी की पूरी फसलें तबाह हो गई. जिससे उत्तर प्रदेश का किसान परेशान है. अशोक सिंह ने आगे कहा कि प्रदेश सरकार खुद को किसानों का सर्वाधिक हितैषी होने का दंभ भरती है, लेकिन सच्चाई ठीक इसके विपरीत है. आज किसान संकट में है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि योगी सरकार तत्काल किसानों को उनकी बर्बाद हुई फसलों का आकलन कराकर फौरन आर्थिक सहायता उपलब्ध कराए.
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