लखनऊ: अयोध्या में राम जन्मभूमि जमीन खरीद मामले में यूपी सरकार कांग्रेस पार्टी प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से इस्तीफा मांग रही है. एक तरफ प्रदर्शन के दौरान "चंदा चोर गद्दी छोड़" का नारा देकर गद्दी छोड़ने का पार्टी के नेता सरकार पर दबाव बना रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के नेता अपनी ही पार्टी के बड़े नेताओं को विज्ञापन में बेचकर अपनी जेब भरने की जुगत भिड़ा रहे हैं.
विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे चंदा मांगने वाले नेता
मामला उत्तर प्रदेश कांग्रेस मीडिया एवं कम्युनिकेशन के संयोजक ललन कुमार से जुड़ा है. ये नेता बख्शी का तालाब विधानसभा क्षेत्र से 2022 का कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. ललन कुमार ने एक स्थानीय अखबार में विज्ञापन छपवाया, जिसमें उन्होंने हाथ जोड़े कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी की फोटो का इस्तेमाल किया. इसके अलावा कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को भी विज्ञापन में जगह दी है. गौर करने वाली बात यह है कि इस विज्ञापन के जरिए लोगों से अपील की गई है कि कोरोना काल में जनता की मदद के लिए अकाउंट में डोनेशन दें. पार्टी का कोई अकाउंट न देकर कांग्रेस के इस नेता ने ललन कुमार नाम से अपना पर्सनल अकाउंट जारी कर दिया.
पार्टी नेताओं ने उठाए सवाल
विज्ञापन छपा तो पार्टी के नेताओं में चर्चा का विषय बन गया. सवाल जवाब शुरू हुए तो अब ललन कुमार बैकफुट पर हैं. हालांकि वे मानने को तैयार नहीं है कि उन्होंने कुछ भी गलत किया है, लेकिन पार्टी के नेताओं की मानें तो किसी भी तरह की मदद के लिए जब तक पार्टी जनता से अपील नहीं करती है तब तक कोई भी नेता पार्टी को आगे कर जनता से अपने पर्सनल अकाउंट में किसी तरह का डोनेशन नहीं ले सकता है. यह पूरी तरह से गलत है.
ऑडियो भी हुआ वायरल
कांग्रेस के एक पूर्व पदाधिकारी संजीव आनंद ने इस मामले पर संयोजक ललन कुमार से फोन पर बात की. कहा कि अपना निजी अकाउंट पार्टी के नाम पर चंदा मांगने के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकते तो इस ऑडियो में दोनों नेताओं की बातचीत में गहमागहमी साफ सुनी जा सकती है.
'इसमें कुछ भी गलत नहीं'
पार्टी के कुछ नेताओं का मानना है कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है. अगर कोई जनता की सेवा करना चाहता है तो डोनेशन के लिए किसी पर दबाव नहीं बना रहा है. कोई सीधे तौर पर जनता की सेवा नहीं कर पा रहा है तो वह डोनेशन देकर सहायता कर सकता है. कांग्रेस पार्टी आम जनता की मदद कर रही है और इस विज्ञापन में भी सैनिटाइजेशन, लोगों को राशन और मदद करने के लिए ही चंदे की मांग की जा रही है.
बड़े नेताओं की फोटो से मिल सकता है ज्यादा चंदा
पार्टी के नेता नाम न छापने की शर्त पर कहते हैं कि बड़े नेताओं की फोटो इस्तेमाल करने से लोग समझेंगे कि यह कांग्रेस पार्टी की तरफ से विज्ञापन है. ऐसे में पार्टी के नाम पर ज्यादा चंदा देंगे. संबंधित नेता को अपना अकाउंट नंबर नहीं देना चाहिए था. पार्टी का अकाउंट नंबर रहता तो ठीक होता. व्यक्तिगत अनुरोध पर कम चंदा मिलता शायद इसीलिए ललन कुमार ने पार्टी नेताओं की तस्वीर भी विज्ञापन में छपवाई.
सफाई देने को तैयार नहीं
यूपी कांग्रेस मीडिया एंड कम्युनिकेशन के संयोजक ललन कुमार से इस मामले पर कई बार पक्ष लेने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने मीटिंग में होने की बात कहकर कोई भी सफाई देने से मना कर दिया, वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी इस पर कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.