ETV Bharat / state

यूपी कांग्रेस मुख्यालय पर लगा ताला, कांग्रेसी कैसे फतह करेंगे 'मिशन 2022' - Congress Worker

यूपी कांग्रेस मुख्यालय पर किसी सरकारी कार्यालय की तरह रविवार को कई कमरों में ताला पड़ा नजर आया. ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर कांग्रेसी किस तरह 'मिशन 2022' फतह करेंगे.

यूपी कांग्रेस मुख्यालय पर ताला
author img

By

Published : Jul 14, 2019, 7:06 PM IST

लखनऊ: लोकसभा चुनाव में करारी हार के बावजूद कांग्रेस पार्टी मुख्यालय पर सन्नाटा दूर होने का नाम नहीं ले रहा है. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस से इस कदर दूर हो गए हैं कि वे अब यूपी कांग्रेस मुख्यालय पर जाना तक मुनासिब नहीं समझ रहे हैं.

यूपी कांग्रेस मुख्यालय पर लगा ताला.

क्या पूरा है मामला-

  • कांग्रेस मुख्यालय पर किसी सरकारी कार्यालय की तरह रविवार को कई कमरों में ताला पड़ा नजर आए.
  • मुख्यालय पर कांग्रेस का कोई कार्यकर्ता और नेता मौजूद नहीं दिखा.
  • यह दावा किया जा रहा है की कांग्रेस 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करेगी.
  • जिसको लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है.
  • उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का संगठन काफी कमजोर हो चुका है.
  • बूथ स्तर पर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता पार्टी से नहीं जुड़े हैं.
  • संगठन को मजबूत कर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है.

दरअसल उत्तर प्रदेश में सन्नाटे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सुस्ती का अंश झेल रही पार्टी को अब मिशन 2022 के लिए पूरी तरह से चुस्त-दुरुस्त होकर संगठन को मजबूत करके काम करना होगा. पार्टी नेतृत्व अगर कार्यकर्ताओं और नेताओं की सुस्ती दूर करके उन्हें एकजुट नहीं कर पाई तो फिर 'मिशन 2022' फतह कर पाना किसी सपने के बराबर ही होगा.

लखनऊ: लोकसभा चुनाव में करारी हार के बावजूद कांग्रेस पार्टी मुख्यालय पर सन्नाटा दूर होने का नाम नहीं ले रहा है. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस से इस कदर दूर हो गए हैं कि वे अब यूपी कांग्रेस मुख्यालय पर जाना तक मुनासिब नहीं समझ रहे हैं.

यूपी कांग्रेस मुख्यालय पर लगा ताला.

क्या पूरा है मामला-

  • कांग्रेस मुख्यालय पर किसी सरकारी कार्यालय की तरह रविवार को कई कमरों में ताला पड़ा नजर आए.
  • मुख्यालय पर कांग्रेस का कोई कार्यकर्ता और नेता मौजूद नहीं दिखा.
  • यह दावा किया जा रहा है की कांग्रेस 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करेगी.
  • जिसको लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है.
  • उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का संगठन काफी कमजोर हो चुका है.
  • बूथ स्तर पर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता पार्टी से नहीं जुड़े हैं.
  • संगठन को मजबूत कर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है.

दरअसल उत्तर प्रदेश में सन्नाटे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सुस्ती का अंश झेल रही पार्टी को अब मिशन 2022 के लिए पूरी तरह से चुस्त-दुरुस्त होकर संगठन को मजबूत करके काम करना होगा. पार्टी नेतृत्व अगर कार्यकर्ताओं और नेताओं की सुस्ती दूर करके उन्हें एकजुट नहीं कर पाई तो फिर 'मिशन 2022' फतह कर पाना किसी सपने के बराबर ही होगा.

Intro:दूसरी हेडिंग प्रस्तावित..

बात करते हैं मिशन 2022 फतह की, यूपी कांग्रेस मुख्यालय पर पड़ा है ताला...


एंकर
लखनऊ। लोकसभा चुनाव में करारी हार के बावजूद कांग्रेस पार्टी मुख्यालय पर सन्नाटा दूर होने का नाम नहीं ले रहा पार्टी के नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस से इस कदर दूर हो गए हैं कि वह अब यूपी कांग्रेस मुख्यालय पर जाना तक मुनासिब नहीं समझते। यही कारण है कि रविवार को जब ईटीवी भारत यूपी कांग्रेस मुख्यालय पहुंचा तो हर तरफ नसीब सन्नाटा नजर आया बल्कि मुख्य द्वार पर व अन्य कांग्रेसी नेताओं के कमरों पर ताला पड़ा मिला।


Body:वॉक थ्रू

यूपी कांग्रेस मुख्यालय पर किसी सरकारी कार्यालय की तरह रविवार को कई कमरों में ताला पड़ा नजर आया एक भी कांग्रेसका कार्यकर्ता और ना ही कोई नेता कांग्रेस मुख्यालय पर मौजूद नजर आए।
ऐसे में समझा जा सकता है कि कांग्रेस पार्टी के नेता और बड़े रणनीतिकार यह दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करेगी जिसको लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि जब कांग्रेस पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर ताला ही पड़ गया हो और पार्टी सन्नाटे में नजर आ रही हो तो फिर ऐसे कैसे मिशन फतह किया जाएगा।
सवाल यह भी है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का संगठन बहुत ही कमजोर हो चुका है बूथ स्तर पर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता अब पार्टी से जुड़े नहीं हैं और वह दूर हो गए हैं दूसरे राजनीतिक दलों से जुड़ भी चुके हैं ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व के लिए जिला मंडल और बूथ स्तर तक अपने संगठन को मजबूत कर के कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है।



Conclusion:दरअसल उत्तर प्रदेश में सन्नाटे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सुस्ती का दंश झेल रही पार्टी को अब मिशन 2022 के लिए पूरी तरह से चुस्त-दुरुस्त होकर संगठन को मजबूत करके काम करना होगा अगर यही स्थिति रही और पार्टी नेतृत्व कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं की सुस्ती दूर करके उन्हें एकजुट नहीं कर पाई तो फिर मिशन 2022 फतह कर पाना किसी सपने के बराबर ही होगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.