लखनऊ: कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी के पदाधिकारी बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से फीडबैक ले रहे हैं, जिसके आधार पर आगे की रणनीति तैयार होगी. पूर्व केंद्रीय मंत्री और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव भंवर जितेंद सिंह ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. मीडिया से बातचीत करते हुए भंवर जितेंद सिंह ने कहा कि वह अगले 5 दिन उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजों की समीक्षा करेंगे. पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बूथ स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं से मुलाकात की जाएगी, उनकी प्रतिक्रिया ली जाएगी. इसकी रिपोर्ट पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को सौंपेंगे.
भंवर जितेंद सिंह ने बताया कि पार्टी इस समय चुनाव परिणाम को लेकर विशाल समीक्षा में जुटी हुई है. जल्द ही पार्टी को मजबूत करने की नई रणनीति के साथ काम शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिस तरह से महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों ने आम आदमी की जिंदगी को बेहाल कर रखा है, उससे निजात से कांग्रेसी दिला सकती है. राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर कार्यकर्ताओं पार्टी के नेता अपनी राय दे रहे हैं और भविष्य की रणनीति को लेकर भी बात की जा रही है. लखनऊ के बाद वाराणसी और झांसी में भी विभिन्न जिलों के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक होगी. जिसके बाद आलाकमान को रिपोर्ट सौंपी जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा भी जल्द होगी. उन्होंने बताया कि प्रदेश के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा भी जल्द होगी.
पार्टी प्रवक्ता संजय सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय महासचिव भंवर जितेंद सिंह ने शुक्रवार को लखनऊ, बाराबंकी, प्रतापगढ़, अमेठी, रायबरेली, बहराइच, उन्नाव, कानपुर, कानपुर देहात, हरदोई, सीतापुर, श्रावस्ती, बलरामपुर और गोंडा के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. वह 16 अप्रैल को सुलतानपुर, बस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थ नगर, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, अयोध्या, अंबेडकर नगर, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर और पीलीभीत के कार्यकर्ताओं से मिलेंगे. इसके अलावा सेवादल, यूथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस, राष्ट्रीय छात्र संगठन के साथ अल्पसंख्यक, अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग विभाग के पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे. प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सत्यनारायण पटेल, राजेश तिवारी, मीडिया विभाग के चेयरमैन नसीमुद्दीन सिद्दीकी सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.