लखनऊ: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राजभवन पहुंचा. कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलकर उन्हें अजय कुमार लल्लू की गिरफ्तारी से अवगत कराया. कांग्रेसियों ने राज्यपाल को बताया कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को राजनीतिक द्वेष के कारण जेल भेजा गया है. इस संबंध में कांग्रेसी प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को एक पत्र भी सौंपा है.
इस प्रतिनिधिमंडल दल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी, नसीमुद्दीन सिद्दीकी,विधान परिषद में कांग्रेस दल के नेता दीपक सिंह, कानपुर कैंट विधानसभा क्षेत्र से विधायक सोहेल अंसारी, कांग्रेस उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी, प्रशासन प्रभारी अनूप गुप्ता सहित आठ लोग शामिल रहे.
'कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को गलत तरीके से भेजा गया जेल'
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलकर लौटने के बाद कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा 'मोना' ने बताया कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में आने वाले प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा को देखकर व्यथित है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के निर्देश पर प्रवासी श्रमिकों की मदद करने की कोशिश की थी. प्रदेश सरकार ने 1,000 बसों की मदद लेने की सहमति भी दी थी. उन बसों को नोएडा पहुंचाने के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू आगरा गए थे. इस मामले में पुलिस प्रशासन में गलत तरीके से उन्हें जेल भेजा और अब जमानत लेने में भी अड़चन पैदा की जा रही है.
राज्यपाल ने उचित कार्रवाई का दिया आश्वासन
आराधना मिश्रा ने बताया कि राज्यपाल ने इस मामले का संज्ञान लेकर उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने इस मौके पर कहा कि अजय कुमार लल्लू को जेल भेजना पूरी तरह गलत है. कांग्रेस ने 1000 बसों की मदद करने का प्रस्ताव दिया था. सरकार को मदद नहीं चाहिए तो वह मदद न ले, लेकिन इसमें कोई आपराधिक मामला नहीं बनता.
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