लखनऊ: कांग्रेस प्रत्याशी आचार्य प्रमोद कृष्णम लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (लूटा) के अध्यक्ष से मिलने विश्वविद्यालय गए तो प्रॉक्टर ने अध्यक्ष नीरज जैन से जवाब तलब कर लिया. डीएम ने भी उनसे रिपोर्ट तलब की है. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता पंकज तिवारी ने कहा कि अब क्या आचार्य विश्वविद्यालय भी नहीं जा सकते हैं. उन्होंने वहां कोई मीटिंग नहीं की थी. वह अपने मित्र से मिलने गए थे.
दरअसल, लखनऊ लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी आचार्य प्रमोद कृष्णम लखनऊ विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (लूटा) के अध्यक्ष नीरज जैन से मिलने गए थे. बताया जा रहा है कि वहां पर उन्होंने छात्रों से भी मुलाकात की और कांग्रेस के पक्ष में वोट करने की अपील की, जो अब मुद्दा बन गया है. इसकी जानकारी जब विश्वविद्यालय प्रॉक्टर को हुई तो उन्होंने जवाब तलब कर लिया. डीएम को भी जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने प्राक्टर से रिपोर्ट तलब कर ली. डीएम ने आचार्य प्रमोद कृष्णम के विश्वविद्यालय के अंदर गाड़ियों के काफिले के साथ आने पर नाराजगी जाहिर करते हुए लूटा के अध्यक्ष से रिपोर्ट मांगी है.
मामला गरमाता देख कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता पंकज तिवारी ने इस मुद्दे पर सफाई दी. पंकज तिवारी ने कहा कि अब क्या आचार्य लखनऊ विश्वविद्यालय भी नहीं जा सकते हैं. उन्होंने वहां कोई मीटिंग नहीं कि है. वह अपने मित्र विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष नीरज जैन से मिलने गए थे. अब क्या वहां भी नहीं जाने दिया जाएगा. पंकज तिवारी ने कहा कि विश्वविद्यालय में जो टीचरों के लिए राजनीति करता है, उसे मिलने का अधिकार है. आचार्य जी नीरज जैन से मिलने गए थे. नीरज जैन कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता रहे हैं और साथ ही साथ समाजसेवी भी हैं. आचार्य ने विश्वविद्यालय में न कोई मीटिंग की, न भाषण दिया तो फिर क्या किसी से मिलने भी नहीं दिया जाएगा. आचार्य जी इसका जवाब दे देंगे.
बताया जा रहा है कि अगर डीएम की तरफ से आचार संहिता का उल्लंघन जैसी कोई बात आचार्य प्रमोद कृष्णम के लिए आती है तो कांग्रेस ने उसका जवाब भी तैयार कर लिया है. कांग्रेस का मानना है कि आचार्य ने विश्वविद्यालय जाकर आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया है. यह आचार संहिता के दायरे में आता ही नहीं है.