लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लगातार पुलिसकर्मियों के आत्महत्या करने का सिलसिला जारी है. अभी 2 दिन पहले एक दारोगा ने आत्महत्या की थी. उसके बाद शुक्रवार को फिर राजधानी में एक पुलिसकर्मी ने सर्विस रिवॉल्वर से गोली मारकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली.
महानगर स्थित अपने घर पर देवीशंकर मिश्रा नाम के कांस्टेबल ने खुद को गोली मार ली. इस घटना के बाद सवाल उठने लगे हैं कि आखिर पुलिस को अब आत्महत्या क्यों करनी पड़ रही है. पुलिसकर्मियों की आत्महत्या पर कांग्रेस का कहना है कि सरकार पुलिसकर्मियों पर जबरन दबाव बना रही है, जिसके चलते वे आत्महत्या करने को विवश हो रहे हैं. पुलिस की कार्यप्रणाली में सरकार का पूरा दखल है.
कांग्रेस ने बोला हमला
कांग्रेस प्रवक्ता द्विजेंद्र त्रिपाठी का कहना है कि पुलिस वालों को संवैधानिक दायित्व का पालन करने से सरकार रोक रही है. आईपीसी और सीआरपीसी की धारा किस तरह से लागू करना है, यह पुलिस नहीं बल्कि सरकार तय कर रही है. यही कारण है कि पुलिस के लोग जो संविधान में विश्वास रखते हैं वो आज आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं.
ये भी पढ़ें: परिवहन निगम ने दी जनता को सहूलियत, प्रदेश के किसी भी RTO ऑफिस में बनवा सकेंगे लाइसेंस
आज पुलिस सरकार की एक तरह से टूल्स बन गई है. पुलिसकर्मियों की आवाज जिस तरह से सरकार दबा रही है, उससे पुलिस का इकबाल धीरे-धीरे खत्म होता जा रहा है.
-द्विजेंद्र त्रिपाठी, प्रवक्ता, यूपी कांग्रेस
ये भी पढ़ें: लखनऊ: योगी सरकार बुलाएगी विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र
बता दें कि महानगर की इस घटना से पहले एसटीएफ के एडिशनल एसपी ने भी अपने कार्यालय में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी.