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यूपी में प्री प्राइमरी के विद्यार्थियों के लिए तैयार होगा पूरा सिलेबस, जानिए क्या है तैयारी - बेसिक शिक्षा विभाग

प्रदेश में स्कूली पाठ्यक्रम में सुधार की कोशिश फ्रेमवर्क स्तर से की जा रही है. प्री-प्राइमरी की कक्षाओं में बच्चों को पढ़ाने के लिए पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है.

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Published : Jul 15, 2023, 7:32 AM IST

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लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद प्री-प्राइमरी की कक्षाएं शुरू करने जा रहा है. इसको लेकर विभाग ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. सबसे पहले प्री-प्राइमरी की कक्षाओं में बच्चों को क्या पढ़ाया जाएगा इसको लेकर पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है. यह पहला मौका होगा जब प्रदेश में प्री- प्राइमरी की कक्षाओं के लिए कोई गाइडलाइन बनाने जा रहा है. इस गाइडलाइन के बन जाने के बाद प्रदेश में प्री- प्राइमरी के छात्रों को क्या पढ़ाया जाएगा और कैसे प्रवेश होंगे यह तय होगा. बेसिक शिक्षा विभाग सिलेबस तैयार करने के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रुपरेखा (नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क) के आधार पर स्टेट करिकुलम फ्रेमवर्क तैयार कर रहा है. इसके लिए जुलाई के अंतिम सप्ताह में एससीईआरटी की ओर से तीन दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है.

विद्यार्थियों के लिए तैयार होगा पूरा सिलेबस
विद्यार्थियों के लिए तैयार होगा पूरा सिलेबस

राज्य शैक्षिक अनुसंधान तथा प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक पवन सचान ने बताया कि 'नई शिक्षा नीति-2020 हमारे स्कूलों में लागू होने जा रही है. ऐसे में इसके अनुसार अब प्रदेश में प्री-प्राइमरी की कक्षाएं शुरू करने की तैयारी की जा रही है, क्योंकि नई शिक्षा नीति में प्री प्राइमरी को लेकर गाइडलाइन दी हुई है. ऐसे में उत्तर प्रदेश में भी अब प्री प्राइमरी की शुरुआत की जाएगी. इसके लिए अभी से ही सभी स्टेकहोल्डर्स को तैयारी शुरू करने के लिए कहा गया है. निदेशक ने बताया कि सबसे पहले 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए पाठ्यक्रम की तैयारी की जाएगी, जिसमें इन बच्चों को प्री-प्राइमरी से लेकर कक्षा दो तक क्या पढ़ाया जाना है यह तय किया जाएगा. हमारे यहां कक्षा 1 से लेकर 8 तक का सिलेबस तो पहले से ही मौजूद है, लेकिन प्री-प्राइमरी को लेकर कोई स्पष्ट गाइडलाइन अभी तक नहीं है. ऐसे में नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क आने के बाद कक्षा 1 में प्रवेश से पहले और 6 साल की उम्र तक के बच्चों को देश में किस तरह की शिक्षा दी जानी है, इस पर काम शुरू किया गया है.'

यह भी पढ़ें : हाईकोर्ट ने 30 साल बाद दुराचार के आरोपी को किया बरी, 10 साल की मिली थी सजा

एससीईआरटी के निदेशक पवन सचान ने बताया कि 'स्टेट करिकुलम फ्रेमवर्क तैयार करने के लिए जुलाई के अंतिम सप्ताह में तीन दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है. इस वर्कशॉप में नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क तैयार करने वाले विशेषज्ञों के साथ ही एनसीईआरटी, देश के दूसरे राज्यों में इस पर काम करने वाले विशेषज्ञों को भी बुलाया गया है. इस वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को किस तरह से बेहतर किया जाए इस पर रोडमैप तैयार किया जाएगा.

यह भी पढ़ें : बकरी चराने गए 2 बच्चों की गड्ढे में डूबने से मौत, मचा कोहराम

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लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद प्री-प्राइमरी की कक्षाएं शुरू करने जा रहा है. इसको लेकर विभाग ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. सबसे पहले प्री-प्राइमरी की कक्षाओं में बच्चों को क्या पढ़ाया जाएगा इसको लेकर पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है. यह पहला मौका होगा जब प्रदेश में प्री- प्राइमरी की कक्षाओं के लिए कोई गाइडलाइन बनाने जा रहा है. इस गाइडलाइन के बन जाने के बाद प्रदेश में प्री- प्राइमरी के छात्रों को क्या पढ़ाया जाएगा और कैसे प्रवेश होंगे यह तय होगा. बेसिक शिक्षा विभाग सिलेबस तैयार करने के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रुपरेखा (नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क) के आधार पर स्टेट करिकुलम फ्रेमवर्क तैयार कर रहा है. इसके लिए जुलाई के अंतिम सप्ताह में एससीईआरटी की ओर से तीन दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है.

विद्यार्थियों के लिए तैयार होगा पूरा सिलेबस
विद्यार्थियों के लिए तैयार होगा पूरा सिलेबस

राज्य शैक्षिक अनुसंधान तथा प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक पवन सचान ने बताया कि 'नई शिक्षा नीति-2020 हमारे स्कूलों में लागू होने जा रही है. ऐसे में इसके अनुसार अब प्रदेश में प्री-प्राइमरी की कक्षाएं शुरू करने की तैयारी की जा रही है, क्योंकि नई शिक्षा नीति में प्री प्राइमरी को लेकर गाइडलाइन दी हुई है. ऐसे में उत्तर प्रदेश में भी अब प्री प्राइमरी की शुरुआत की जाएगी. इसके लिए अभी से ही सभी स्टेकहोल्डर्स को तैयारी शुरू करने के लिए कहा गया है. निदेशक ने बताया कि सबसे पहले 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए पाठ्यक्रम की तैयारी की जाएगी, जिसमें इन बच्चों को प्री-प्राइमरी से लेकर कक्षा दो तक क्या पढ़ाया जाना है यह तय किया जाएगा. हमारे यहां कक्षा 1 से लेकर 8 तक का सिलेबस तो पहले से ही मौजूद है, लेकिन प्री-प्राइमरी को लेकर कोई स्पष्ट गाइडलाइन अभी तक नहीं है. ऐसे में नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क आने के बाद कक्षा 1 में प्रवेश से पहले और 6 साल की उम्र तक के बच्चों को देश में किस तरह की शिक्षा दी जानी है, इस पर काम शुरू किया गया है.'

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एससीईआरटी के निदेशक पवन सचान ने बताया कि 'स्टेट करिकुलम फ्रेमवर्क तैयार करने के लिए जुलाई के अंतिम सप्ताह में तीन दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है. इस वर्कशॉप में नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क तैयार करने वाले विशेषज्ञों के साथ ही एनसीईआरटी, देश के दूसरे राज्यों में इस पर काम करने वाले विशेषज्ञों को भी बुलाया गया है. इस वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को किस तरह से बेहतर किया जाए इस पर रोडमैप तैयार किया जाएगा.

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