लखनऊ: शहरवासियों को अब अपनी समस्याओं को दर्ज कराने के लिए जद्दोजहद नहीं करनी पड़ेगी. अब शहर के लोग अपने मोबाइल फोन से शिकायत दर्ज करा सकेंगे. इतना ही नहीं आपकी शिकायत के त्वरित निस्तारण के लिए संबन्धित अधिकारी के पास सूचना पहुंच जायेगी. उस समस्या को तय समय पर निराकरण कराने की जिम्मेदारी भी होगी. यह सुविधा 'लखनऊ वन ऐप' के जरिये मिलेगी.
महानगरों में स्वच्छता सर्वेक्षण की होगी शुरूआत
स्वच्छ भारत मिशन के तहत देश के महानगरों में स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू होने जा रहा है. यह सर्वेक्षण चार जनवरी से शुरू होगा. शहरी विकास मंत्रालय के अधीन कार्य करने वाली कंसल्टेंट कंपनी गोपनीय सर्वेक्षण करेगी. स्वच्छता ऐप (लखनऊ वन ऐप) भी इसी अभियान का हिस्सा है. इसे शहर के सभी नागरिकों से उनके मोबाइल पर डाउनलोड कराया जा रहा है. योजना से जुड़े विशेषज्ञों के मुताबिक, नगर निगम की पब्लिक ग्रेवांस रिड्रेसल सिस्टम (पीजीआरएस) व इंटीग्रेटेड ग्रेवांस रिड्रेसल सिस्टम(आईजीआरएस) के तहत दर्ज होने वाली शिकायतें भी ऐप की मदद से दूर की जाएंगी. इनमें मृत जानवरों के शवों को उठवाने, इलाके की गंदगी हटवाने से लेकर कोरोना पीड़ित मरीजों के मिलने पर इलाकों को सैनिटाइज करवाने के लिए भी ऐप पर शिकायत दर्ज कराया जा सकेगा.
ऐप से मिलेंगी कई सुविधाएं
स्मार्ट सिटी योजना के तहत तैयार 'लखनऊ वन' ऐप में शिकायत दर्ज कराने के साथ ही कई तरह की सुविधाएं भी दी गईं हैं. इस ऐप की मदद से लोग अस्पताल, स्कूल, सुलभ शौचालय, एटीएम, पार्किंग की लोकेशन भी जान सकेंगे. इसके अलावा बिजली बिल भुगतान के साथ आय - निवास प्रमाण पत्र, जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र का सत्यापन तथा आवेदन की स्थिति भी पता कर सकेंगे. इसके अलावा गृह कर, ट्रैफिक व बिजली विभाग समेत अन्य दूसरे विभाग के महत्वपूर्ण लिंक भी दिए गए हैं. ई-लाइब्रेरी की भी सुविधा इस ऐप पर दी गई है. जरूरत पड़ने पर 108, 102 ऐंबुलेंस, वूमेन पावर लाइन, फायर ब्रिगेड और पुलिस की भी मदद ली जा सकती है. पार्क, सामुदायिक बारात घर, पर्यटन स्थल, सरकारी प्रतिष्ठान की जगह भी ट्रेस कर सकते हैं.
14 लाख की लागत से तैयार हुआ ऐप
स्मार्ट सिटी योजना के तहत 14 लाख की लागत से यह ऐप तैयार किया गया है. अधिकारियों के मुताबिक, ऐप पर दर्ज होने वाली शिकायतें, सुझाव और मदद मांगने वालों की सूचना स्मार्ट सिटी ऑफिस में बने कमांड सेंटर में दर्ज होगी. यहां बैठी टीम संबंधित क्षेत्रों के जुड़े अधिकारियों को मामलों से अवगत करवाएगी, साथ ही टीम दर्ज शिकायतों और मदद मांगने वालों से फीडबैक भी लेगी.
सोमवार को स्थानीय निकाय निदेशालय में नगर विकास मंत्री इसका उद्घाटन करेंगे. इस दौरान महापौर संयुक्ता भाटिया, प्रमुख सचिव नगर विकास दीपक कुमार, नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी, अपर नगर आयुक्त अमित कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे.