लखनऊ: राजधानी लखनऊ के मडियांव थाना अंतर्गत चिनहट विकासखंड के कई गांवों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है. हालांकि इसका लाभ अभी तक गांव को किसी तरह से नहीं मिला है. भले ही शौचालय का निर्माण करा दिया गया हो, लेकिन हालात यह है कि शौचालय में ताला लटक रहा है. इसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश भी है. वहीं दूसरी तरफ ताला लटकने की वजह से गांव के लोग खुले में शौच करने के लिए विवश हैं. मड़ियाव के सरौरा गांव सहित अधिकांश ग्राम पंचायतों में जब पड़ताल की गई. जिसमें सामुदायिक शौचालयों में ताला बंद देखने को मिल रहा हैं, ऐसी स्थिति में शौचालय शोपीस बनकर केवल रह गए हैं.
बता दें कि 2 साल पहले ओडीएफ घोषित जिले में स्वच्छता मुहिम के तहत सामुदायिक शौचालय बनाए गए थे. इनकी साफ-सफाई और देखरेख की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को दी जानी थी, लेकिन अभी तक प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है. ऐसे में कई गांवों के सामुदायिक शौचालय में आज तक ताला नहीं खुल सका है. लगभग 1 वर्ष पूर्व ग्राम पंचायत सरौरा, रपरा, सैरपुर धूबईला ,कोल्हड़ी ,खटिइया मेहमदवाद, भूड़पूरवा जैसे कई गांव में शौचालय बनाए गए, लेकिन आज तक शौचालय का लाभ लोगों को नहीं मिला. ग्रामीणों को उम्मीद थी कि अब शौचालय बन जाने से खुले में शौच के लिए नहीं जाना होगा. लेकिन निर्माण पूरा होने के बाद भी आज तक ताला लटका हुआ है.
वहीं फोन से की गई बातचीत में सेक्रेटरी अभिनय कुमार से ग्राम पंचायत में बने सामुदायिक शौचालय में लगे ताले को लेकर बात की गई तो उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों के आपसी मतभेद होने के कारण इस तरह की समस्याएं आ रही हैं. जिसको संज्ञान में लेकर तत्काल सामुदायिक शौचालय का ताला खुलवाने का काम किया जाएगा. ताकि स्थानीय लोगों को किसी तरह की समस्याओं का सामना ना करना पड़े.
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