लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज बुधवार को लोकभवन में मिशन शक्ति के अन्तर्गत 'निर्भया-एक पहल' कार्यक्रम की शुरुआत की. इस अवसर पर सीएम ने महिला उद्यमिता वेबसाइट और हेल्पलाइन का शुभारंभ किया और कौशल विकास प्रशिक्षण किट का लोकार्पण भी किया.
इसके अंतर्गत प्रदेश की 75000 महिलाओं को लाभ मिलेगा. प्रदेश के सभी 75 जिलों में सम्बन्धित ओडीओपी उत्पाद के सम्बन्ध में भारतीय डाक विभाग के सहयोग से एक विशेष कवर और विशेष विरूपण का अनावरण और विमोचन भी किया गया. एक ही दिवस और समय पर प्रदेश में 75 विशेष आवरण जारी किए गए. यह सभी आवरण देश के विभिन्न डाक घरों में भेजे जाएंगे, जिससे प्रदेश के ओडीओपी उत्पादों को व्यापक राष्ट्रीय पहचान मिलेगी. इस अवसर पर MSME मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह उपस्थित रहे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सबका निर्भया एक पहल में अभिनंदन, साथ ही मिशन शक्ति को प्रारम्भ करने के लिए विभाग को शुभकामनाएं. उन्होंने कहा कि हमने एक लक्ष्य रखा था. इस कार्यक्रम को शुरू करते समय कि सभी बहन बेटियों की सुरक्षा और स्वावलम्बन निश्चित हो. उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग ने आगे बढ़ाया साथ में महिला बाल विकास, ग्रामीण विकास आदि सभी विभागों ने कार्यक्रम आगे बढ़ाया, शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ देकर स्वावलंबी बनाने के कार्य हो रहे हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं. मिशन शक्ति का ये अभियान इसी लक्ष्य के साथ मिशन मोड में काम कर रहा है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मिशन शक्ति में अलग-अलग चरण में अलग-अलग कार्यक्रम चले, पहले चरण में सुरक्षा को आधार रखा गया. पहले अराजकता का माहौल था. बेटियों को स्कूल भेजने में अभिभावकों को दिक्कत थी. इसी क्रम में एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन हुआ. इसी क्रम में आज हर जिले में हर थाने में महिला डेस्क की स्थापना की गई. तीसरे चरण में ग्रामीण स्तर पर इसका कार्य हुआ. महिला कांस्टेबल बीट की स्थापना की गई, हमने डेढ़ लाख पुलिस भर्ती में 20 प्रतिशत बेटियों की भर्तियां की. 30 हजार महिला कांस्टेबल की भर्ती की गई, उन्हें महिला बीट की जिम्मेदारी दी गई.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हर जनपद में महिला आरक्षियों की स्पेशल ट्रेनिग हूई है. सीएम ने कहा कि एक नारी अकेले नहीं होती, वो समाज को नई दिशा देने का कार्य करती है. यही कार्यक्रम चल रहा है, MSME विभाग को भी इन कार्ययोजना के साथ महिला शक्ति को जोड़ने की जरूरत है. गांवों में डेयरी उद्योग के साथ पशुपालन विभाग को कार्य करना होगा. उन्होंने कहा कि आज बुंदेलखंड में 600 महिलाएं डेयरी उद्योग से जुड़ी और उन्हें 4 करोड़ का प्रॉफिट हुआ. इसी तरह गांव गांव में ये कार्य होने चाहिए. रेडीमेड गारमेंट्स उद्योग के लिए इन महिलाओं को जोड़ा जा सकता है, अगर ऐसा हुआ तो वियतनाम और चीन कहीं पीछे छूट जाएंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अगर उत्तर प्रदेश सरकार लिफाफों का उपयोग करती है, तो MSME विभाग इसको प्रोत्साहित करके अपने सरकारी कार्यों के लिए इसे जोड़ सकते हैं, आज का कार्यक्रम एक अभिनव प्रयोग है. इन महिलाओं के लिए हमको और प्रोत्साहित करके स्वावलंबी बनाने की जरूरत है. एक बार फिर से आप सभी को शुभकामनाएं, और अगले 3 महीने में इन बहनों को स्वावलंबी बनाकर कार्य करेंगे.
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आगामी विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए भाजपा संगठन और सरकार मातृशक्ति को सशक्त करने में जुट गई है. एक तरफ योगी सरकार आधी आबादी तक पहुंचने में सरकारी योजनाओं के जरिए जुटी है तो दूसरी तरफ, पार्टी भी महिलाओं को संगठन में बड़ी भूमिकाएं देकर संदेश देने की कोशिश कर रही है. सरकार और संगठन का पूरा फोकस यूपी की करीब 11 करोड़ महिला आबादी पर है.